अम्बाती रायडू की बल्लेबाजी ने पहली इंटरनेशनल मास्टर्स लीग का खिताब भारत की झोली में डाला

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– सचिन तेंदुलकर की कप्तानी वाली इंडिया मास्टर्स ने ब्रायन लारा की वेस्टइंडीज मास्टर्स को फाइनल में 6 विकेट से हराया
– फाइनल मुकाबले के हीरो रहे अम्बाती रायडू ने सिर्फ 50 गेंदों में 74 रनों की तूफानी पारी खेली

ठीक एक सप्ताह बाद टीम इंडिया ने एक और खिताब जीत लिया। 9 मार्च में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को हराकर चैम्पियंस ट्रॉफी जीती थी तो इस बार बीते जमानें के दिग्गजों ने सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में इंडिया मास्टर्स को पहली इंटरनेशनल मास्टर्स लीग 2025 का चैम्पियन बनवा दिया। इस रविवार इंडिया मास्टर्स की टीम फाइनल में ब्रायन लारा की वेस्टइंडीज मास्टर्स को 6 विकेट से हराकर चैम्पियन बन गई। इस मैच के हीरो रहे अम्बाती रायडू ने सिर्फ 50 गेंदों में 74 रनों की तूफानी पारी खेल भारत की झोली में पहला खिताब डाल दिया। उनकी इस पारी में तीन छक्के और नौ चौक्के शामिल हैं। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के लिए 16 मार्च एक बार फिर खास बन गया। याद दिला दें कि 13 साल पहले 16 मार्च 2012 को सचिन ने बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में 114 रन बनाकर अपने अंतर्राष्ट्रीय शतकों का शतक भी पूरा किया था।

रविवार को रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज मास्टर्स की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 148 रनों का स्कोर खड़ा किया। इंडिया मास्टर्स ने 149 रनों के लक्ष्य को 17 गेंदों का खेल शेष रहते हासिल कर लिया। वेस्टइंडीज के लिए लेंडल सिमंस ने सबसे ज्यादा 57 रन बनाए, जबकि ड्वेन स्मिथ ने 45 रनों की पारी खेली। वेस्टइंडीज के बल्लेबाज स्पिनर शाहबाज नदीम के सामने काफी मुश्किल में नजर आए। अपने पहले तीन ओवर में शाहबाज नदीम ने सिर्फ 5 रन देकर वेस्टइंडीज के दो विकेट चटका दिए थे। भारत की ओर से अन्य गेंदबाजों में विनय कुमार ने भी शानदार प्रदर्शन कर 3 विकेट अपने नाम किए।

वेस्टइंडीज के 148 रनों का पीछा करने उतरी इंडिया मास्टर्स की सलामी जोड़ी ने धमाकेदार अंदाज में आगाज किया। सचिन तेंदुलकर और अंबाति रायडू की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 67 रन जोड़े। सचिन टोनी बेस्ट की गेंद पर छक्का मारने के प्रयास में 25 रन बनाकर आउट हुए। यह पारी का आठवां ओवर था। दूसरी ओर अंबाति रायडू ने एक छोर पर आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके कुछ देर बाद गुरकीरत सिंह मान भी 14 रन बनाकर चलते बने।

गुरकीरत के आउट होने के बाद युवराज सिंह की मैदान पर एंट्री हुई। रायडू और युवराज टीम का स्कोर 14 ओवर में 124 रन तक ले गए, लेकिन अगले ही ओवर में रायडू बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में कैच दे बैठे। इसके तुरंत बाद ही युसूफ पठान 3 गेंद खेलकर डक पर पवेलियन लौट गए। यहां से मैच थोड़ा रोमांचक हो गया लेकिन युवराज (नाबाद 13) ने एक छोर संभाले रखा और स्टुअर्ट बिन्नी (नाबाद 16) के साथ मिलकर 17.1 ओवर में ही टीम को जीत दिला दी।

इंटरनेशनल मास्टर्स लीग के पहले संस्करण में इंडिया मास्टर्स, इंग्लैंड मास्टर्स, ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स, साउथ अफ्रीका मास्टर्स, श्रीलंका मास्टर्स और वेस्टइंडीज मास्टर्स की टीमों ने भाग लिया। सचिन की टीम ने कुल 5 मुकाबले खेले थे, जिसमें से चार में जीत हासिल की थी और सिर्फ एक मैच में हार मिली थी। इसके बाद सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स को और वेस्टइंडीज ने श्रीलंका को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।

 

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