– दक्षिण अफ्रीका ने भारत को तीन विकेट से हराया, जीत के लिए मिले 125 रनों के लक्ष्य को 19वें ओवर में हासिल किया
– अर्शदीप सिंह ने अंतिम दो ओवरों में दे डाले 28 रन, आवेश खान भी पिटे, अफ्रीका ने चार मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी की
सेंट जॉर्ज पार्क में 124 रनों के छोटे से स्कोर को डिफेंड कर रही भारतीय टीम के हाथ आई जीत को दक्षिण अफ्रीका ने छीन लिया। मेजबान टीम ने दूसरे टी-20 मुकाबले में भारत को तीन विकेट से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली। प्लेयर ऑफ द मैच ट्रिस्टन स्टब्स (नाबाद 47) और गेराल्ड कोएत्जी (9 गेंदों पर नाबाद 19) की तूफानी बल्लेबाजी ने मैच का पासा पलटा।
दोनों बल्लेबाजों ने 20 गेंदों पर 42 रन ठोंक डाले। अर्शदीप सिंह ने अपने अंतिम दो ओवरों में 28 रन दे दिए। लो स्कोरिंग मुकाबले को एक समय वरुण चक्रवर्ती (17 रन पर पांच विकेट) ने अपनी जादुई फिरकी से लगभग भारत के कब्जे में ला दिया था। लेकिन वरुण के ओवर खत्म होते ही दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज मीडियम पेसरों पर टूट पड़े और मैच भारत के हाथ से निकल गया।
कप्तान सूर्यकुमार की पहले दोनों मैचों में अक्षर पटेल का गेंदबाजी में पूरा प्रयोग न करना चर्चा का विषय बना रहा। दोनों मैचों में अक्षर को सिर्फ एक-एक ओवर गेंदबाजी करने को मिली। टीवी कमेंट्रेटर आकाश चोपड़ा ने इस पर सवाल भी उठाया कि यदि आपको अक्षर से गेंदबाजी नहीं करवानी थी तो फिर एक अतिरिक्त बल्लेबाज ही टीम में रख लेते।
टॉस हारने के बाद पहले बैटिंग करने आई भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट गंवाकर 124 रन जुटाए। शीर्ष और मध्यक्रम के बल्लेबाज आज फेल हो गए। छठे नंबर पर उतरे ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने ही सबसे ज्यादा नाबाद 39 रन बनाए। उन्होंने 45 गेंदों में चार चौकों और एक छक्के की मदद से यह स्कोर बनाया। उनके इस प्रयास से ही भारत सौ रन का आंकड़ा पार कर सका।
भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही। पिछले दो टी-20 मुकाबलों में शतक लगा इतिहास बनाने वाले संजू सैमसन खाता खोले बगैर पहले ही ओवर में बोल्ड हो गए। अभिषेक शर्मा (4) फिर जल्दी आउट हो गए। कप्तान सूर्यकुमार यादव (4) भी असफल रहे। भारत के विकेट जल्दी-जल्दी गिर रहे थे, जिससे एक बार भी रन गति नहीं बढ़ सकी। तिलक वर्मा (20 गेंदों में 27) और अक्षर पटेल (21 गेंदों में 31) ने जरूर इस दौरान चौथे विकेट के लिए 30 रन की साझेदारी की। तिलक आठवें ओवर में आउट हुए, जबकि अक्षर पटेल 12वें ओवर में रन आउट हो गए।
रिंकू सिंह (9) के आउट होते ही भारतीय पारी का अंत नजदीक नजर आने लगा। हालांकि इसी समय हार्दिक ने हाथ खोले और कुछ अच्छे शॉट्स खेले। उन्होंने अर्शदीप सिंह (6 गेंदों में नाबाद) के साथ छठे विकेट के लिए 37 रन की साझेदारी कर टीम को 124 के स्कोर तक पहुंचाया।
अलग पेस और उछाल वाले इस विकेट पर स्कोर करना थोड़ा मुश्किल था, इसलिए छोटे स्कोर के बावजूद भारत जल्द शुरुआती सफलता चाह रहा था। तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने भारत को यह पहली सफलता दिलाई भी। उन्होंने तीसरे ओवर में रयान रिकेलटन को रिंकू के हाथों कैच कराया। रिकेलटन ने 13 रन बनाए। उन्होंने हेंड्रिक्स के साथ पहले विकेट के लिए 22 रन की साझेदारी की।
इसके बाद लेग ब्रेक गुगली गेंदबाज वरुण चक्रवर्ती ने छठे ओवर की दूसरी गेंद पर कप्तान एडेन मार्कराम (3) को बोल्ड कर भारत को बड़ी सफलता दिलवाई। इसके बाद वरुण ने रीजा हेंड्रिक्स (24) भी क्लीन बोल्ड कर मैच भारत के पक्ष में मोड़ना शुरू किया।
मेजबान टीम को चौथा झटका मार्को जानसेन (7) के रूप में लगा। उन्हें वरुण चक्रवर्ती ने 11वें ओवर में बोल्ड किया। वरुण चक्रवर्ती का 13वां ओवर भारत के लिए दोहरी और सबसे महत्वपूर्ण सफलता लेकर आया। वरुण ने पहली दो गेंदों पर मैच विनर बल्लेबाजों के विकेट लेकर अपने पांच विकेट पूरे किए।
वरुण ने हेनरिक क्लासेन (2) को लांग ऑफ पर रिंकू सिंह के हाथों लपकवाया, जबकि डेविड मिलर (0) को बोल्ड कर दिया। रवि बिश्नोई ने 16वें ओवर में एंडिले सिमलेन (7) को बोल्ड किया। यह विकेट 86 रनों पर गिरा और लगा कि जीत अब भारत से दूर नहीं है। लेकिन इसके बाद ट्रिस्टन स्टब्स और गेराल्ड कोएत्जी ने अगली 20 गेंदों पर मैच की कहानी ही बदल दी।