टीम इंडिया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पर्थ का प्रदर्शन एडिलेड में दोहरा न सकी और आस्ट्रेलिया से 10 विकेट की करारी हार के साथ सीरीज में अपनी बढ़त भी गवां दी। पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत-आस्ट्रेलिया अब 1-1 की बराबरी पर हैं। पिंक बॉल से खेले गए डे नाइट टेस्ट के तीसरे दिन दूसरी पारी में टीम इंडिया के शेष 5 बल्लेबाज दूसरे दिन के स्कोर में 56 रन और जोड़कर 175 रनों के कुल स्कोर पर आउट हो गए।
आस्ट्रेलिया का एडिलेड में जीत का रिकॉर्ड कायम रहा
नीतीश कुमार रेड्डी (42) के अलावा कोई बल्लेबाज मेजबान आक्रमण के सामने खड़ा नहीं रह सका। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया का एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट में अविजित रहने का रिकॉर्ड बरकरार रहा। यहां उसने लगातार आठवीं जीत दर्ज की। ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी में कमिंस ने पांच, स्कॉट बोलैंड ने तीन और स्टार्क ने दो विकेट लिए। दूसरी पारी में आस्ट्रेलिया को मिले 19 रनों के मामूली लक्ष्य को उसकी सलामी जोड़ी ने आसानी से हासिल कर लिया।
टीम इंडिया को मिला अच्छा ऑलराउंडर
इस सीरीज की खोज साबित हुए नीतीश रेड्डी ने दिखा दिया कि वह हर तरह की विकेट पर दुनिया के सबसे अच्छे आक्रमण को भी आसानी से खेल सकते हैं। सच मायने में टीम इंडिया को रेड्डी के रूप में एक अच्छा ऑलराउंडर और मैच फिनिशर मिल गया है। नीतीश रेड्डी ने पर्थ टेस्ट की दोनों पारियों में अच्छी बल्लेबाजी की और एडिलेड ओवल के मैदान में भी दोनों पारियों में अपनी टीम के सवार्ेच्च स्कोरर रहे।
अब टीम इंडिया को अगले तीनों टेस्ट जीतने होंगे
अब विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में टीम इंडिया की डगर काफी मुश्किल हो गई है। इस हार से प्वाइंट टेबल में वह तीसरे स्थान पर खिसक गई है, जबकि आस्ट्रेलिया पहले और दक्षिण अफ्रीका दूसरे स्थान पर है। टीम इंडिया इस सीरीज के अगले तीनों टेस्ट नहीं जीत पाती है तो फाइनल में जगह बनाना आसान नहीं होगा। उसे अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बचे हुए तीन टेस्ट मैच हर हाल में जीतने होंगे, क्योंकि अगले तीन टेस्ट मैच जीतने के बाद उसका पीसीटी 64.03 हो जाएगा, जो कि फाइनल में पहुंचने के लिए पर्याप्त होगा। लेकिन यदि भारतीय टीम दो टेस्ट मैच जीतती है और एक ड्रॉ हो जाता है, तो उसका फाइनल में पहुंचना दूसरी टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा, जिसमें अगर-मगर वाली स्थिति पैदा हो सकती है।