-नहीं बदलेगी आस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाली टीम लेकिन दिग्गजों पर एक्शन तय
-ऑस्ट्रेलियाई सीरीज टीम इंडिया के बड़े नाम वाले खिलाड़ियों के लिए अंतिम हो सकती है
आप देश के क्रिकेट इतिहास का सबसे घटिया प्रदर्शन करने के बाद भी टीम में बरकरार रहने की उम्मीद पाले हैं तो सच मानिए मुगालते में हैं। सीरीज में 0-3 की हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने ठीक ही कहा कि यह हार जल्दी पचने वाली नहीं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अंदर से कुछ ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं कि उसको यह हार पची नहीं है। शायद रोहित शर्मा को न्यूजीलैंड सीरीज के दौरान ही यह आभास हो गया था कि उनका और कुछ तीन और सीनियरों का टाइम ओवर होने जा रहा है।
आस्ट्रेलिया दौरे के बाद प्रदर्शन की समीक्षा होगी
भारत को बीसीसीआई के मुख्यालय में ही शर्मसार होना पड़ा है। न्यूजीलैंड ने टेस्ट सीरीज में भारत का सभी तीनों टेस्ट में धो डाला है। तीसरा टेस्ट मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया। यहां भारत दिग्गजों की फौज होने के बावजूद जीत के लिए मिले डेढ़ सौ रन से कम के लक्ष्य को भी नहीं हासिल कर पाया। इस हार ने बीसीसीआई की त्यौरियां चढ़ा दी हैं और जो चर्चाएं आ रही हैं उनके मुताबिक आस्ट्रेलिया दौरे के बाद प्रदर्शन की समीक्षा होगी जिसमें कुछ बड़े विकेट गिराने का फैसला भी हो सकता है।
ऑस्ट्रेलियाई सीरीज इन चार के लिए अग्निपरीक्षा से कम नहीं
न्यूजीलैंड से हारने के बाद भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की अंक तालिका में शीर्ष स्थान खो बैठी है। अब उसके फाइनल में पहुंचने की संभावनाएं न के बराबर हैं। ऑस्ट्रेलियाई सीरीज कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी। संभव है कुछ खिलाड़ियों से पहले ही संन्यास घोषित करवाकर उनको सम्मान जनक विदाई का मौका दे दिया जाए।
क्या सीनियर खिलाड़ी अपना अंतिम घरेलू टेस्ट खेल चुके?
एक न्यूज एजेंसी से उसके बीसीसीआई सूत्र ने कहा है कि यह एक बहुत बड़ी हार है। ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए टीम पहले ही घोषित हो चुकी है, इसलिए अब उसमें कोई बदलाव नहीं होगा। यदि जून में इंग्लैंड में होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए भारतीय टीम क्वालिफाई नहीं कर पाई तो इतना जान लीजिए कि चारों सीनियर खिलाड़ी अगली सीरीज के लिए नहीं चुने जाएंगे। एक चर्चा यह भी है कि संभव है कि चारों सीनियर खिलाड़ी अपना अंतिम घरेलू टेस्ट मुंबई में खेल भी चुके हों।
2011 में भी कई सीनियरों की विदाई हुई थी
2011 के बाद भी कप्तान एमएस धोनी के नेतृत्व वाली टीम इंडिया से सीनियर खिलाड़ियों की विदाई कर युवा खिलाड़ियों के लिए दरवाजे खोले गए थे। इस बार भी कुछ ऐसा ही हो सकता है। भारतीय टीम अब वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में तभी पहुंच सकती है जब वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में 4-0 से जीत दर्ज करे और एक टेस्ट ड्रॉ करवाए।