-आस्ट्रेलिया में टीम इंडिया की 295 रनों से सबसे बड़ी जीत, बुमराह प्लेयर ऑफ द मैच
– ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श का विरोध खत्म होते ही आस्ट्रेलिया ने पहली बार अटॉप्स में घुटने टेके
डेब्यू टेस्ट में टीम इंडिया के लिए विनिंग विकेट गिरा खुशी से बाहें फैलाए मैदान में दौड़ते हर्षित राणा, हाथ में स्टंप्स लेकर खुशी छलकाते जसप्रीत बुमराह, बाहों में भरकर यशस्वी जयसवाल को भींचते विराट कोहली और दीर्घाओं में तिरंगे के साथ खुशी में डूबे भारतीय फैंस। यह कुछ ऐसे दृश्य थे जो पर्थ के पहले टेस्ट में टीम इंडिया की जीत की याद लम्बे समय तक खेल प्रेमियों की आंखों में जिंदा रहेंगे। टीम इंडिया ने अटॉप्स में मेजबान टीम का न सिर्फ घमंड तोड़ा बल्कि उसी की सरजमीं पर 295 से अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज कर पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में 1-0 से महत्वपूर्ण बढ़त भी ले ली।
यह जीत टीम इंडिया के लिए इसलिए भी बहुत बड़ी
यह जीत इसलिए भी बहुत बड़ी थी, क्योंकि टीम इंडिया अपने घर पर न्यूजीलैंड से 0-3 से सीरीज हारने के बाद आलोचनाओं से घिरी होकर आस्ट्रेलिया के कठिन दौरे पर आई थी। आस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज इन परिस्थितियों का फायदा उठाने का ऐलान कर रहे थे और सीरीज में टीम इंडिया की हार के अंतर को लेकर अलग-अलग भविष्यवाणियां कर रहे थे। लेकिन कहते हैं कि वक्त और हालात बदलते देर नहीं लगती। इस टेस्ट मैच में आस्ट्रेलियाई टीम मैच तो दूर पहले दिन के डेढ़ सेशन के बाद पूरे मैच एक सेशन जीतने के लिए तरसती रही। बुमराह को कठिन परिस्थितियों में कप्तानी मिलने पर बलि का बकरा बताया जा रहा था लेकिन आज वह जीत के महानायक हैं।
आस्ट्रेलिया सरजमीं पर टीम इंडिया की सबसे बड़ी जीत
ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श के थोड़े विरोध के बाद टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के ऑप्टस में अपराजेय रहने का मिथक तोड़ दिया। उसने आस्ट्रेलिया को हराया ही नहीं, बल्कि वहां अपनी सबसे लम्बे अंतर (295 रन) की टेस्ट जीत भी दर्ज की। इस जीत की सूत्रधार बनी जसप्रीत बुमराह की लीडरशिप। कप्तान ने ही दोनों ही पारियों में आस्ट्रेलियाई किले को ढहाने के लिए शुरुआती ईंटेंतोड़ीं। टीम इंडिया का अगला मुकाबला पिंक बॉल से एडिलेड में 6 दिसम्बर से होगा। यह वही विकेट है जहां टीम इंडिया पिछले दौरे में 36 रनों पर आउट हो गई थी, इसलिए टीम इंडिया उस हिसाब को भी चुकता करना चाहेगी। संभव है इस मैच में उसके तरकश में मोहम्मद शमी की स्विंग गेंदबाजी भी हो।
उस्मान ख्वाजा और स्टीव स्मिथ के विकेट गिरा दबदबा बनाया
भारत ने चौथे दिन सुबह एक अच्छे सत्र के साथ अपना दबदबा कायम रखा। उसने पिछली शाम के तीन विकेटों की संख्या में दो और विकेट शामिल किए। मोहम्मद सिराज (3/34) ने चौथे दिन के पहले दोनों विकेट चटकाए। ऑस्ट्रेलिया ने 12/3 से शुरुआत की और सिराज के दिन के पहले ओवर में उस्मान ख्वाजा पुल करने की कोशिश में टॉप-एज दे बैठे। वह स्ट्रोक लगाने में देर कर गए और उनका शॉट विकेट के पीछे हवा में चला गया। पंत ने पीछे दौड़ते हुए एक अच्छा कैच पकड़ा। यह टीम इंडिया के लिए सुबह शानदार शुरुआत थी। उस्मान ख्वाजा चौथे दिन इतनी जल्दी खराब स्ट्रोक के साथ आउट होंगे, इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।
आस्ट्रेलिया ने आधी टीम 79 रनों पर खो दी थी
इसके बाद स्टीव स्मिथ को भी सिराज ने अपना अगला शिकार बना लिया। स्मिथ के पास पिच होकर अंदर की ओर कटी गेंद का कोई जवाब नहीं था। पंत ने अपने दाहिने डाइव मारकर शानदार कैच पकड़ा। इसी के साथ खतरनाक और अनुभवी जोड़ी टूट गई। ऑस्ट्रेलिया ने अब 79 रन पर अपनी आधी टीम खो दी थी। स्मिथ 17 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श के बीच 82 रनों की पार्टनरशिप लगी, जिससे आस्ट्रेलिया की हार थोड़ी देर और टल गई।
ट्रेविस हेड की बल्लेबाजी में दिखा बेखौफ अंदाज
तारीफ करनी होगी ट्रेविस हेड की जिसने बिना दबाव में आए अपने चिरपरिचित अंदाज में बेखौफ बल्लेबाजी की। ट्रेविस हेड के बल्ले से कुछ अच्छे स्ट्रोक भी देखने को मिले। आस्ट्रेलिया के इस इकलौते योद्धा का शतक पूरा होता तो और अच्छा लगता। हेड ने सिर्फ 101 गेंदों पर आठ बार गेंद को सीमा रेखा दिखाते हुए 89 रन बनाए। बुमराह को बैक फुट पर खेलने का प्रयास करने वाले हेड के बल्ले का एज लेती हुई गेंद पंत के हाथों में चली गई।
अटॉप्स पर भारत ने खत्म की आस्ट्रेलिया की बादशाहत
नीतीश रेड्डी को अपने डेब्यू मैच में मिचेल मार्श (47) का विकेट मिला। मार्श के आउट होने के बाद एलेक्स कैरी (36) थोड़ी देर विकेट पर रहे लेकिन यह मेजबान टीम की तरफ से आखिरी विरोध था। बुमराह और सिराज को तीन-तीन, वाशिंगटन सुंदर को दो और हर्षित राणा व नीतीश रेड्डी को एक-एक सफलता मिली। आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 238 पर खत्म हुई और इसके साथ ही अटॉप्स स्टेडियम में उसकी बादशाहत भी खत्म हुई। आस्ट्रेलिया को इससे पहले कभी इस स्टेडियम में हराया नहीं जा सका था, लेकिन टीम इंडिया अब उसे यहां हराने वाली पहली टीम बन गई है।
जसप्रीत बुमराह बने प्लेयर ऑफ द मैच
जसप्रीत बुमराह की कप्तानी की भी सराहना होनी चाहिए, जिन्होंने 150 पर सिमटने के बाद आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व किया और मेजबान पारी को 104 रन से आगे नहीं बढ़ने दिया। दोनों पारियों में मुख्य विकेट लेकर आस्ट्रेलिया का किला उसी के गढ़ में ढहाते हुए टीम को जीत दिलाई। उनको इसी प्रदर्शन की वजह से प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। वो उनकी करिश्माई गेंदबाजी से मिली 46 रनों की बढ़त ही थी जिसने भारतीय बल्लेबाजों खासकर यशस्वी जयसवाल, विराट कोहली और केएल राहुल पर से दूसरी पारी में दबाव खत्म किया।