-तीसरे व अंतिम टेस्ट के लिए दीपावली के अगले दिन मैदान पर उतरेंगी दोनों टीमें
पुणे में मिली आंखें खोलने वाली हार के बाद टीम इंडिया के लिए मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के तीसरे व अंतिम मुकाबले में हर हाल में जीत दर्ज करने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाना होगा। यह टेस्ट मैच एक नवम्बर से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। उसे पहले दो टेस्ट मैचों में कीवी टीम के खिलाफ शर्मनाक हार का का सामना करना पड़ा था।
पुणे टेस्ट में मिचेल सैंटर ने भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ी थी
पुणे टेस्ट में कीवी स्पिनर मिचेल सैंटनर ने भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया था। उनकी गेंदों को भारतीय खिलाड़ी समझ ही नहीं पाए। उसने दोनों पारियों में कुल 13 विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी थी। उसके इस प्रदर्शन ने भारत को दूसरे टेस्ट में हार के साथ ही सीरीज भी गंवाने पर मजबूर कर दिया था। भारतीय टीम पहला टेस्ट मैच आठ विकेट और दूसरा 113 रनों से हारी थी।
मुंबई में भारत का रिकॉर्ड अच्छा रहा है
रिकॉर्ड की बात करें तो टीम इंडिया ने अभी तक मुंबई में अच्छा प्रदर्शन किया है। यहां उसे 26 टेस्ट मैचों में से 12 में जीत और 7 में हार मिली है, जबकि 7 टेस्ट मैचों में अनिर्णीत अर्थात ड्रॉ समाप्त हुए हैं। इस प्रदर्शन को देखते हुए तो मुंबई में भारत की जीत की संभावनाएं काफी मानी जा रही हैं।
यहां यह न भूलें कि यह रिकॉर्ड पुराने प्रदर्शन के हैं और कोई भी टीम हमेशा जीतने के इरादे से ही मैदान में उतरती है। मौजूदा फॉर्म को ध्यान में रखते हुए बात की जाए तो जो पिछले दो टेस्ट मैच में हुआ वह भी भारत के लिए प्रत्याशित था, इसलिए अतीत में क्या हुआ बहुत मायने नहीं रखता।
न्यूजीलैंड ने मुंबई में 1988 में भारत को हराया था
मुंबई में भारत ने न्यूजीलैंड पर तीन में से दो टेस्ट मैचों में जीत हासिल की है, जबकि उसे यहां कीवी टीम से जो एकमात्र टेस्ट हारना पड़ा था वह 36 साल पहले खेला गया था। उसमें जॉन ब्रेसवेल ने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए भारत के न सिर्फ आठ बल्लेबाजों को आउट किया था, बल्कि 84 रन बनाकर जीत में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई थी।
मौजूदा न्यूजीलैंड टीम का प्रदर्शन सबसे शानदार
टॉम लैथम के नेतृत्व वाली न्यूजीलैंड टीम ने अब तक इस दौरे पर सौ प्रतिशत सफलता हासिल किया है। 12 साल बाद भारत को उसके घरेलू मैदान पर घेरते हुए किसी टीम ने शिकस्त दी है। इससे पहले टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ साल 2012 में टेस्ट सीरीज हारी थी। इस दौरान उसने भारत को पहले टेस्ट में सिर्फ 46 रनों पर ढेर करके दुनिया में सनसनी फैला दी थी।