लखनऊ। आईपीएल 2025 के 40वें मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने लखनऊ सुपर जायंट्स को 8 विकेट से हराकर एक बेहद अहम जीत दर्ज की।
इकाना स्टेडियम पर मिली इस जीत ने दिल्ली को न सिर्फ अंक तालिका में मज़बूत स्थिति में पहुँचा दिया, बल्कि उन्हें प्लेऑफ के बेहद करीब भी पहुँचा दिया है। मुकेश कुमार की घातक गेंदबाज़ी, केएल राहुल की सूझबूझ भरी बल्लेबाज़ी और अक्षर पटेल की कप्तानी इस मुकाबले के तीन अहम स्तंभ साबित हुए।

तेज गेंदबाज़ मुकेश कुमार इस सीजन में लगातार प्रभावशाली प्रदर्शन कर रहे हैं और इस मैच में उनका 4 विकेट का कमाल लखनऊ की बल्लेबाज़ी की कमर तोड़ने के लिए काफी रहा। उन्होंने अपने पहले दो ओवरों में ही अब्दुल समद और मिचेल मार्श को आउट कर लखनऊ को बैकफुट पर ला दिया।
मुकेश की यॉर्कर और लेंथ में विविधता, खासकर डेथ ओवर्स में, लखनऊ की रन गति को पूरी तरह बाधित करने में सफल रही। उन्होंने न सिर्फ विकेट लिए बल्कि विपक्षी बल्लेबाज़ों के मन में संदेह पैदा किया, जो टी20 क्रिकेट में एक दुर्लभ गुण है।
लखनऊ की शुरुआत शानदार, लेकिन मिडिल ऑर्डर फिर ढहा
लखनऊ ने पॉवरप्ले में 51 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत की थी। एडन मारक्रम (52) और मिचेल मार्श (45) के बीच 87 रनों की साझेदारी ने लग रहा था कि टीम 180+ स्कोर की ओर बढ़ेगी, लेकिन जैसे ही ये जोड़ी टूटी, दिल्ली के गेंदबाज़ों ने नियंत्रण हासिल कर लिया।
निकोलस पूरन (9), अब्दुल समद (2), और कप्तान ऋषभ पंत (0) जैसे बल्लेबाज़ टीम को संभालने में नाकाम रहे। केवल आयुष बदोनी (36 रन, 21 गेंद) कुछ देर तक संघर्ष करते दिखे, लेकिन अंतिम ओवर में मुकेश की यॉर्कर ने उन्हें भी पवेलियन भेज दिया।
दिल्ली की बल्लेबाज़ी में परिपक्वता का परिचय
लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली कैपिटल्स ने धैर्य और आक्रामकता का आदर्श संतुलन प्रस्तुत किया। अभिषेक पोरल और करुण नायर की सलामी साझेदारी ने नींव रखी, जिसे बाद में पोरल और राहुल ने 69 रनों की साझेदारी से मजबूत किया।
पोरल ने 51 रन बनाकर टीम को मज़बूती दी, जबकि राहुल ने अपनी क्लासिक अंदाज़ में नाबाद 57 रन बनाए। दोनों बल्लेबाज़ों ने जोखिम से दूर रहते हुए ज़रूरत के समय बड़े शॉट खेले और पारी को बिखरने नहीं दिया। अंत में अक्षर पटेल ने मात्र 20 गेंदों में 34 रनों की तूफानी पारी खेलकर दिल्ली की जीत को औपचारिकता में बदल दिया।
इस मुकाबले में दिल्ली की सबसे बड़ी ताकत उसकी रणनीति रही—कप्तान अक्षर पटेल ने गेंदबाज़ी बदलाव समय पर किए, फील्डिंग संयोजन को लचीला रखा और बल्लेबाज़ी में भी हर खिलाड़ी को उनकी भूमिका स्पष्ट रूप से दी गई थी।
दिल्ली ने यह साबित कर दिया कि एक टीम कैसे स्टारडम नहीं बल्कि सामूहिक प्रयास से जीत दर्ज कर सकती है। लखनऊ को अब आगे के मुकाबलों में संयोजन पर विशेष ध्यान देना होगा, विशेषकर मध्यक्रम की भूमिका को लेकर।
वहीं यह मुकाबला स्कोरकार्ड से कहीं अधिक रणनीति और क्रिकेटिंग बुद्धिमत्ता का था। दिल्ली कैपिटल्स ने हर विभाग में श्रेष्ठता दिखाई और यही कारण है कि वे अब प्लेऑफ की दौड़ में सबसे मज़बूत दावेदारों में से एक बन चुके हैं।