ग्रीनपार्क पर अगली बार नहीं उठ सकेगी उंगली

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-ड्रेनेज सिस्टम फिर से बनेगा, सी बालकनी टूट कर मल्टी स्टोरी बनेगी
-बेसमेंट पार्किंग भी बनाई जाएगी, मीडिया सेन्टर का भी आधुनिकीकरण होगा
कानपुर। एक दिन पहले प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग राज्य मंत्री के ग्रीन पार्क दौरे से जो संभावनाएं दिख रही थीं वे सही साबित हुईं। अगली बार जब कानपुर को कोई मैच मिलेगा तो देश के पहले पांच टेस्ट सेंटरों में शामिल ग्रीनपार्क पर कोई उंगली नहीं उठा सकेगा। सोमवार को मंडलायुक्त अमित गुप्ता की अध्यक्षता में कई विभागों के अफसरों के साथ ही खेल निदेशक आर पी सिंह को ऑन लाइन जोड़ एक बैठक कर ग्रीन पार्क के रिन्यूअल का प्लान तैयार किया गया।

मंडलायुक्त कार्यालय के सभागार में हुई बैठक में सबसे पहले उस ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने के काम को ग्रीन सिग्नल दिया गया, जिसने हाल ही में संपन्न भारत-बांग्लादेश टेस्ट के दौरान पहले तीन दिन ग्रीनपार्क को दुनियाभर के सामने शर्मिंदा किया था। इसके साथ ही मैच से पहले ही खतरनाक बता दी गई सी बालकनी को ध्वस्त कर उसी जगह नई मल्टी स्टोरी बालकनी बनाने पर भी सहमति बनी। साथ ही 500 सीटों की क्षमता का वीवीआईपी बॉक्स भी बनेगा।

ग्रीन पार्क में बेसमेंट पार्किंग की जरूरत को भी प्राथमिकता पर रखते हुए इसके निर्माण की भी घोषणा हुई। साथ ही पूरे स्टेडियम की बिजली व्यवस्था को भी अपग्रेड किया जाएगा। इस बार मीडिया सेन्टर को लेकर भी देश भर के मीडिया कर्मियों ने नाखुशी जाहिर की थी, इसलिए इसको कवर करवाने और वहां हर जरूरी चीज उपलब्ध करवा अन्य सेन्टरों की तरह आधुनिक बनाने की योजना बनी।

बैठक में तय हुआ कि यूपीसीए इन सभी कार्यों को कराने के लिए डिजाइन उपलब्ध करायेगा जिसके बाद चरणबद्ध तरीके से कार्य कराकर स्टेडियम को अपग्रेड किया जायेगा। ग्रीनपार्क स्टेडियम की मूलभूत सुविधाओं को विकसित किया जायेगा। पहले चरण में स्टेडियम की पिच के ड्रेनेज सिस्टम को विकसित कर दर्शकों की सीटिंग क्षमता को बढ़ाया जायेगा। सर्व प्रथम होने वाले कायार्ें ड्रेनेज व सीटिंग क्षमता बढ़ाने के लिए यूपीसीए आर्किटेक्ट/कन्सलटेन्ट के अलावा डिजाइन बनवाकर उपलब्ध करवाएगा।

 

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