कानपुर। बांग्लादेश के हरफनमौला खिलाड़ी शाकिब उल हसन ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारत के खिलाफ अपनी टीम के दूसरे टेस्ट से पहले गुरुवार को अपनी टी20 क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी। साथ ही कहा कि यदि मीरपुर केंट में अपना अंतिम टेस्ट खेलने में सुरक्षा संबंधी दिक्कतें आती हैं तो संभव है कि कानपुर टेस्ट उनका अंतिम टेस्ट हो। कहा कि चैम्पियन्स ट्रॉफी में खेलने का फैसला उस समय की फिटनेस को देखते हुए लेंगे।
बांग्लादेश के अनुभवी क्रिकेटर 2007 के बाद से टी20 विश्व कप के हर संस्करण में दिखाई दिए और 2024 संस्करण को टूर्नामेंट के सर्वकालिक सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में समाप्त किया। दूसरे टेस्ट से पहले पत्रकारों से बात करते हुए शाकिब ने टेस्ट और वनडे प्रारूपों के लिए अपनी योजनाएं बताईं।
37 वर्षीय शाकिब ने अगस्त में शेख हसीना शासन में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद से बांग्लादेश की यात्रा नहीं की है। ऑलराउंडर ने पुष्टि की है कि उन्हें मीरपुर में बांग्लादेश के लिए अपना अंतिम टेस्ट खेलने की उम्मीद है। हालांकि, अगर सुरक्षा संबंधी चिंताएं आड़े आती हैं, तो कानपुर में भारत के खिलाफ आगामी टेस्ट टीम में उनका अंतिम कार्यभार होगा।
शाकिब ने गुरुवार को कानपुर में संवाददाताओं से कहा, “बांग्लादेश वापस जाना कोई चिंता की बात नहीं है, लेकिन वहां जाने के बाद बांग्लादेश छोड़ पाना खतरनाक है। 2006 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले शाकिब सभी प्रारूपों में 14,000 रन और 700 विकेट का डबल हासिल करने वाले एकमात्र क्रिकेटर हैं।
शेख हसीना की पार्टी के सांसद शाकिब अल हसन को बांग्लादेश लौटने में अपनी गिरफ्तारी का भय सता रहा है, क्योंकि वहां शेख हसीना सरकार का तख्ता पलट हो चुका है। उनके क्रिकेट के सभी प्रारूपों से अचानक संन्यास की यही मुख्य वजह मानी जा रही है। भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज में अब वह नहीं खेलेंगे।
शाकिब ने कहा कि उनकी इच्छा है कि वह टेस्ट क्रिकेट से अपने घरेलू मैदान मीरपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलकर संन्यास लें लेकिन साथ ही दिग्गज आलराउंडर ने यह भी जोड़ा कि बांग्लादेश की मौजूदा परिस्थितियों में यदि उनका सुरक्षा कारणों से वहां खेलना संभव नहीं हो पाता है तो कानपुर टेस्ट ही उनका अंतिम टेस्ट हो जाएगा। कहा कि मुझे मालूम नहीं कि बांग्लादेश जाकर वहां से मेरा बाहर निकलना हो पाएगा या नहीं। शाकिब की पत्नी के पास अमरीकी नागरिकता है। यदि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड उनको सुरक्षा की गारंटी नहीं लेता है तो वह भारत से सीधे अमेरिका चले जाएंगे।