-बांग्लादेश की पारी 146 पर सिमटी, भारत को दिया था 95 रनों का लक्ष्य
-यशस्वी के अर्द्धशतक से भारत ने तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया
संजीव मिश्र। कानपुर। अंत भला तो सब भला। टीम इंडिया के बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने ग्रीनपार्क पर बारिश से लगे कलंक को धोते हुए बांग्लादेश के खिलाफ सात विकेट से जीत लिया। सो टेस्ट मैचों की सीरीज में बांग्लादेश का दो शून्य से सफाया कर दिया। दूसरे और अंतिम टेस्ट में मेहमान टीम ने भारत के सामने 95 रन का छोटा सा लक्ष्य रखा था, जो उसने तीन विकेट खोकर 17.2 ओवर में ही हासिल कर लिया।
यशस्वी जयसवाल ने इस मैच की दोनों पारियों में अर्द्धशतक लगाया और विराट कोहली के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी कर जीत की दहलीज पर पहुंचाया। यशस्वी (51, 45 गेंद, एक छक्का 8 चौके) अपने कॅरियर का सातवां अर्द्धशतक लगाने के तुरंत बाद वह आउट हो गए। उस समय भारत जीत से सिर्फ तीन रन दूर था। विराट कोहली (नाबाद 29) और रिषभ पंत (नाबाद 4) ने जीत की औपारिकता पूरी की। पंत ने चौका जड़कर भारत को जीत दिला दी। इस जीत के साथ भारत की विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने की संभावना और मजबूत हो गई है।
दो दिन बारिश की वजह से खेल नहीं हो सका था, जबकि पहले दिन भी सिर्फ 166 मिनट ही खेल चला था। उसके बाद खराब रोशनी और बारिश ने तीन दिनों तक कोई खेल नहीं होने दिया। लेकिन मौसम साफ होने पर चौथे व पांचवें दिन खेल हुआ जिसमें गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए भारत को चमत्कारिक जीत दिला दी।
भारत को यह जीत दर्ज करने से पहले यशस्वी जयसवाल के अलावा पहले कप्तान रोहित शर्मा (8), शुभमन गिल (6) के भी विकेट गंवाने पड़े। यशस्वी जयसवाल अपने चिर परिचित अंदाज में खेले। पुराने ड्रैनेज सिस्टम का खामियाजा भुगतने वाले ग्रीनपार्क ने पहले तीन दिनों जो आलोचना सही थी, वह अब अतीत की बात बन चुकी है। दो ही दिनों में हैरतअंगेज जीत की खुशी और भारतीय बल्लेबाजों के विस्फोटक प्रदर्शन ने अंतिम दो दिनों के खेल ने पीछे क्या हुआ लोगों ने इसको भुला दिया है। अंतिम दिन न तो कोई यूपीसीए और न ही ग्रीनपार्क को इस टेस्ट की मेजबानी देने के लिए बीसीसीआई को कोस रहा था। भारत की जीत ने सभी आलोचनाओं को दफन कर दिया। अब कोई ग्रीनपार्क के 24 टेस्ट मैचों के इतिहास में भारत की यह आठवीं जीत रही।
बांग्लादेश ने भारत को दूसरा टेस्ट जीतने के लिए दूसरी पारी में 95 रन का मामूली लक्ष्य दिया। बांग्लादेश की दूसरी पारी लंच से पहले के अंतिम ओवर की अंतिम गेंद पर 146 रन पर सिमट गई। पहले सेशन में गेंदबाजों ने जोरदार प्रदर्शन कर भारत को क्लीन स्वीप करने का शानदार मौका उपलब्ध करवा दिया। बांग्लादेश की दूसरी पारी में बुमराह, अश्विन और जडेजा ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि एक विकेट आकाशदीप को मिला। बांग्लादेश के लिए सादमान इस्लाम ने दूसरी पारी में एक मात्र अर्द्धशतक ठोंका।
गेंदबाजों ने बांग्लादेश के बल्लेबाजों को लगातार दवाब में रखा। मेहमान बल्लेबाज यह फैसला नहीं कर पा रहे थे कि वे डिफेंस करें या अटैक। डिफेंस में भारतीय स्पिनर्स उन्हें खड़ा नहीं होने दे रहे थे और अटैक करने पर विकेट जाने का खतरा था। अश्विन ने पहली पारी में नाबाद शतक लगाने वाले मोमिनुल हक (2) को दिन के अपने दूसरे ही ओवर में अपने जाल में फंसाया। पिछले ओवर में मोमिनुल हक ने उन पर दो स्वीप शॉट खेले थे, इसलिए इस बार उन्होंने लेग स्लिप ले ली और मोमिनुल हक इस जाल में फंस गए। इस बार स्वीप करने में चूके तो गेंद उनका बल्ले का टॉप एज लेकर लेग स्लिप में केएल राहुल के हांथों में चली गई। तीसरा विकेट 36 रनों पर गिरा।
पहले घंटे में मोमिनुल हक का विकेट गिरा जरूर लेकिन फिर सादमान इस्लाम (50) और कप्तान नजमुल हुसैन शांतो के बीच चौथे विकेट पर हुई 55 रनों की साझेदारी से कुछ देर के लिए मेहमान टीम वापसी करती दिखी। लेकिन अगले एक घंटे में कहानी ही बदल गई और गेंदबाजों ने बांग्लादेश को हार की ओर ढकेल दिया। शांतो (19) को इस पारी में पहली बार गेंदबाजी करने वाले रविन्द्र जडेजा ने अपनी दूसरी ही गेंद पर बोल्ड कर खतरनाक हो रही साझेदारी को तोड़ दिया। इसके बाद तो विकेट गिरने का सिलसिला सा चल पड़ा। सादमान इस्लाम को आकाशदीप ने यशस्वी जयसवाल के हाथों कैच करवा कर लौटाया। लिटन दास (1) को जडेजा ने पंत के हाथों कैच करवाया, जबकि शाकिब अल हसन (शून्य) को जडेजा ने कॉट एंड बोल्ड कर बांग्लादेश को सातवां झटका दिया।
इस समय बांग्लादेश सात विकेट पर 94 रन बनाकर गहरे संकट में घिर चुका था। उसकी लीड कुल 42 रनों की ही हो पाई थी। मेहदी हसन मिराज (9) के रूप में बांग्लादेश को अगला झटका बुमराह ने दिया। गेंद मिराज के बल्ले का एज लेकर पंत के दस्तानों में चली गई। ताइजुल इस्लाम (शून्य) को भी बुमराह ने विकेट के सामने पकड़वा कर चलता किया। नौवां विकेट 130 पर गिरा। मुस्फिकर रहमान (37) एक छोर से अकेले संघर्ष कर रहे थे। रहमान और खालेद अहमद (नाबाद 5) के बीच अंतिम विकेट के लिए 16 रन और जोड़े। अंतत: बुमराह ने रहमान को बोल्ड कर बांग्लादेश की पारी का अंत किया। बुमराह ने कुल तीन विकेट लिए।
ग्रीनपार्क टेस्ट भारत के लिए मंगलकारी साबित हुआ
मंगलवार भारत के लिए मंगलकारी साबित हुआ। सुबह ही लग रहा था कि जैसे बादलों की हल्की चुनरी से झांकते मुस्कराते सूर्य देव भारत के लिए जीत का संकेत लेकर आए हों। रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारतीय टीम दूसरे टेस्ट के अंतिम दिन जीत के मजबूत इरादे के साथ उतरी थी। उन्होंने बांग्लादेश के बल्लेबाजों को किसी भी समय दबाव से उबरने नहीं दिया। मैच के बाद मेहमान टीम के कोच ने कहा कि वह इस सीरीज से कुछ सीख लेकर जाएंगे।