नई दिल्ली। भारत नई दिल्ली के प्रतिष्ठित आईजीआई स्टेडियम में 13 से 19 जनवरी, 2025 तक पहली बार खो-खो विश्व कप की मेजबानी करने के लिए तैयार है।
टूर्नामेंट को बढ़ावा देते हुए, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने आधिकारिक तौर पर भारतीय खो-खो महासंघ (केकेएफआई) के साथ अपनी साझेदारी की पुष्टि की है। भारतीय ओलंपिक संघ ने इस आयोजन के लिए भारतीय खो-खो महासंघ से अटूट समर्थन का वादा किया है।
केकेएफआई अध्यक्ष सुधांशु मित्तल को दिए बयान में आईओए अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा ने खो-खो जैसे स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देने के लिए संघ की ओर से दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त की।
केकेएफआई अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने आईओए के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया और टूर्नामेंट में इस साझेदारी से मिलने वाले जबरदस्त बढ़ावा को स्वीकार किया।
खो खो विश्व कप में पुरुष और महिला दोनों टीमें भाग लेंगी, जिसमें छह महाद्वीपों के 24 देश भाग लेंगे। मेजबान भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका सहित एशिया की टीमें अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और ओशिनिया के प्रतियोगियों के साथ मुकाबला करेंगी।
घाना, केन्या, इंग्लैंड, जर्मनी, ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश प्रतिभागियों में शामिल होंगे, जो खो खो की बढ़ती वैश्विक अपील को उजागर करते हैं।
कई देशों की भागीदारी वाला यह उच्च-ऊर्जा वाला टूर्नामेंट खो खो को नई ऊंचाइयों पर ले जाने, नई स्तर का उत्साह पैदा करने और खेल में दुनिया भर में रुचि जगाने के लिए तैयार है।
भारतीय ओलंपिक संघ के समर्थन से, विश्व कप खेल के इतिहास में एक निर्णायक क्षण बनने के लिए तैयार है। यह आने वाले कई सालों तक एथलीटों और प्रशंसकों को खो खो को अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
आने वाले वर्षों में, इस खेल के भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में और भी अधिक लोकप्रिय होने की उम्मीद है, क्योंकि यह बड़ी तेजी से अंतरराष्ट्रीय खेल मानचित्र पर अपना स्थान बना रहा है।