राजगीर (पटना)। भारतीय महिला हॉकी टीम एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के खिताबी दौर में पहुंच गई है। उसने सेमीफाइनल में जापान को 2-0 से शिकस्त दी। अब फाइनल में उसका मुकाबला भारतीय हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में जापान को 2-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। फाइनल में उसका मुकाबला अब चीन से होगा, जिसने एक अन्य सेमीफाइनल में मलेशिया पर 3-1 से जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बनाई।
भारत के लिए नवनीत कौर और लालरेम्सियामी ने गोल किए और टीम को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। पहले तीन क्वार्टर तक कोई भी टीम मैच में गोल नहीं कर पाई थी। इस मैच में पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में कन्वर्ट करने में भारतीय टीम असफल रही। उसे कुल 16 पेनाल्टी कार्नर मिले। लेकिन इनमें से एक को भी गोल में तब्दील नहीं किया जा सका। चौथे क्वार्टर के दूसरे मिनट में दीपिका को विपक्षी टीम के डिफेंडर द्वारा बाधा पहुंचाये जाने पर भारत को पेनाल्टी स्ट्रोक मिला जिसे नवनीत ने आसानी से गोल में बदल दिया।
टीम के लिए अंतिम गोल लम्बी सीटी बजने से सिर्फ पांच मिनट पहले लालो्य्सिसयामी ने किया। उन्होंने राइट फ्लैंक से मिले एक सटीक पास को गोल में डाल कर भारत को 2-0 की बढ़त दिलाई। इसमे बाद इसी बढ़त पर फाइनल विसिल बच गई और भारत ने फाइनल में प्रवेश कर लिया।
जापान ने मैच में संघर्ष तो किया लेकिन उसको मैच का एकमात्र पेनाल्टी कॉर्नर 59वें मिनट में मिला जिसे भारतीय गोलकीपर बिछू देवी ने क्लीयर कर दिया। रविवार को अब भारत को चीन के खिलाफ भारत खिताब के लिए होने वाले मुकाबले में उतरना है। हालांकि 16 में से एक भी पेनाल्टी कॉर्नर गोल में न बदल पाना टीम के लिए खतरे की घंटी भी है।