कानपुर। पिछले कुछ दिनों से कानपुर क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए) के अम्पायर और स्कोरर यूपीसीए में अपने मैचों की संख्या और पूर साल के प्रदर्शन की रिपोर्ट नहीं पहुंचने से खफा हैं। पता चला है कि यह व्यवस्था कोरोना काल के बाद से ही बंद चल रही है। पिछले दिनों केसीए के एक पदाधिकारी ने यूपीसीए को पत्र लिखकर अम्पायरों और स्कोररों के मैचों की संख्या और उनके प्रदर्शन की रिपोर्ट न मांगे जाने की वजह पूछी है।
पत्र के माध्यम से पूछा गया है कि पहले केसीए से यूपीसीए इस बारे में रिपोर्ट लेता था कि अम्पायर और स्कोररों ने पूरे सीजन में कुल कितने मैच किए और पूरे साल उनका प्रदर्शन कैसा रहा, लेकिन कोरोना काल के बाद से यह व्यवस्था बंद है। दरअसल पहले अम्पायरों और स्कोररों के प्रदर्शन की समीक्षा के बाद उनको अपग्रेड किया जाता था। लेकिन अब उनके कार्य की ग्रेडिंग ही नहीं होती तो वे अम्पायरिंग व स्कोरिंग में अपने भविष्य को लेकर आशंकित रहते हैं और थोड़े सी कमाई के एवज में अम्पायरिंग और स्कोरिंग के लिए दिन भर व्यस्त रहने को तैयार नहीं होते।
इस पदाधिकारी का कहना है कि यह रिपोर्ट नहीं मांगे जाने से अधिकांश अम्पायरों का केसीए को सहयोग नहीं मिल रहा है, जिससे मैचों के आयोजन में काफी दिक्कत आ रही है, क्योंकि केसीए के अधिकांश के अम्पायर डिस्ट्रिक्ट और नॉकआउट लेवल की प्रतियोगिताओं में अम्पायरिंग करने के लिए तैयार ही नहीं होते हैं। इस पदाधिकारी ने यूपीसीए से पूछा है कि क्या वजह है कि इस संबंध में जानकारी के लिए यूपीसीए से कोई पत्र नहीं भेजा जा रहा है।