ग्वालियर। कानपुर में टेस्ट मैच के दौरान बांग्लादेश के खिलाड़ियों के लिए मैच के पहले और मैच के बाद ऑफ फील्ड समूह में रहने और होटल से बाहर न जाने का प्रोटोकाल था। कानपुर में जिला और पुलिस प्रशासन इस प्रोटोकाल का पालन करवाकर टेस्ट मैच को सफलता पूर्वक आयोजित करवाने में सफल रहा था।
अब ग्वालियर में भी मेहमान टीम को कानपुर जैसी सुरक्षा मिलने के आसार हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच रविवार को होने वाले पहले टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले से पहले यहां निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है ताकि मैच के आयोजन में किसी तरह का व्यवधान न पड़ सके।
बता दें कि हिंदू महासभा ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर किए गए अत्याचारों को लेकर मैच रद्द करने की मांग करते हुए बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया था। इसी को देखते हुए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा के आदेश जारी किए गए हैं।
आदेश के अनुसार जिले की सीमा के भीतर कोई भी व्यक्ति यदि सोशल मीडिया मंच के जरिए मैच में बाधा डालता है या धार्मिक भावनाओं को भड़काता है तो उसके खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा आपत्तिजनक या भड़काऊ भाषा और संदेश वाले बैनर, पोस्टर, कट-आउट, झंडे और अन्य चीजों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आदेश सात अक्टूबर तक लागू रहेंगे।
गौरतलब है कि बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद से अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने वाली हिंसा का भारत में जबर्दस्त विरोध हो रहा है। इसी के मद्देनजर हिंदू महासभा ने मैच के दिन ग्वालियर बंद का आह्वान भी किया है। इसके अलावा अन्य संगठनों ने भी विरोध प्रदर्शन की धमकी दी है जिसके बाद जिला और पुलिस प्रशासन ने यह फैसला लिया है।