– मेडिकल और पेंशन से मदद, यहां तक कि दिवंगत क्रिकेटों की विधवाओं को भी सहायता मिल रही
संजीव मिश्र। कानपुर। देश भर में तमाम ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने राज्य के लिए क्रिकेट खेला है लेकिन आज वे आर्थिक तंगी की वजह से न तो अपना परिवार चला पा रहे हैं और न ही बीमार होने पर इलाज करा पा रहे हैं। इंडियन क्रिकेट एसोसिएशन ऐसे पूर्व क्रिकेटरों की मदद के लिए अपनी बैठकों में चर्चा करता रहा है लेकिन अभी तक शत प्रतिशत राज्य क्रिकेट एसोसिएशन अपने पूर्व क्रिकेटरों, अम्पायरों और स्कोररों की मदद के लिए ठोस कदम नहीं उठा पाई हैं। यूपी के पूर्व रणजी खिलाड़ी अशोक बाम्बी भी लगातार यह मांग उठा रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की कुछ राज्य क्रिकेट एसोसिएशन अपने पूर्व रणजी ट्रॉफी खिलाड़ियों की ‘ग्रेटीज’ स्कीम के तहत आर्थिक सहायता कर रहे हैं। यूपी में भी ऐसे पूर्व खिलाड़ी, अम्पायर्स और स्कोरर्स हैं जो आर्थिक तंगी में जी रहे हैं। इस स्कीम के तहत जो संघ अपने पूर्व क्रिकेटरों (महिला/पुरुष) की सेहत को लेकर फिक्रमंद हैं, कुछ न कुछ आर्थिक मदद कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) अपने उन पुरुष और महिला खिलाड़ियों को जो 60 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के हैं, 8000 रुपये प्रति माह दे रहा है इसके अलावा 7000 रुपए और देने पर चर्चा चल रही है। इस लाभ को पाने के लिए महिला क्रिकेटरों के लिए 20 मैच खेला होना जरूरी है, जबकि पुरुष खिलाड़ियों के लिए अपने राज्य की तरफ से कम से कम एक मैच खेला होना अनिवार्य है।
विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन तो एक दिसम्बर 2022 से ऐसे किसी भी पुरुष और महिला रिटायर खिलाड़ियों को दस हजार रुपए महीने की पेंशन दे रहा है जिसने विदर्भ के लिए 2017 से पहले तक सीनियर लेवल पर प्रतिनिधित्व किया हो। विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन अपने रिटायर पुरुष खिलाड़ियों को तो 2010 से पांच हजार रुपए पेंशन दे रहा है। विदर्भ के एसे 268 में से 94 क्रिकेटर 2010 से यह लाभ पा रहे रहे। उन खिलाड़ियों का नाम वीसीए ने सूची से हटा दिया है जो रेलवे या सर्विसेज चले गए थे।
मुबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) की एपेक्स काउंसिल ने दस हजार रुपए मासिक पेंशन 58 से 70 वर्ष के पूर्व क्रिकेटरों और 71 वर्ष या उससे ऊपर के क्रिकेटरों के लिए 20 हजार रुपए की हर माह पेंशन देने की व्यवस्था की है। इसके लिए सभी प्रथम श्रेणी खेले पूर्व क्रिकेटर और अम्पायर्स भी पात्र होंगे जिन्होंने सत्र 2003-04 तक कम से कम 24 मैच खेले होंगे या इतने मैचों में अम्पायरिंग की होगी। इतना ही नहीं मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने एक अगस्त 2022 तक 70 वर्ष की हो चुकी प्रथम श्रेणी दिवंगत क्रिकेटर की विधवाओं के लिए भी 20 हजार रुपए प्रति माह पेंशन देने की व्यवस्था की हुई है।
तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (टीएनसीए) भी अपने उन प्रथम श्रेणी पूर्व क्रिकेटरों को 10 हजार रुपए महीना आर्थिक मदद कर रहा है, जिन्होंने टीएनसीए के लिए 10 से लेकर 24 मैच तक खेले हों। उन पूर्व क्रिकेटरों को जिन्होंने 1 से 9 मैच खेले हैं उन्हें पांच हजार रुपए महीने की आर्थिक मदद दी जा रही है। टीएनसीए 1 से 25 मैच तक खेलीं अपनी महिला क्रिकेटरों को 2500 रुपए और 25 से ज्यादा मैच खेलने वाली पूर्व क्रिकेटरों को पांच हजार रुपए ग्रेटीज देने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए खिलाड़ियों ने अपने दस्तावेज जमा करने शुरू कर दिए हैं।
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