संजीव मिश्र। कानपुर। पिछले कुछ सालों में बीसीसीआई में बहुत कुछ बदला है। खिलाड़ियों के घरों में इतनी धन वर्षा हुई है कि उनकी आने वाली पीढ़ियां भी परेशान नहीं हो सकतीं। सबसे अच्छी बात यह है कि बोर्ड ने आधी आबादी यानी महिला क्रिकेटरों को भी बराबर का हक देकर उनके हिस्से का सम्मान दिया है और लगभग हर वो लग्जरी सुविधा प्रदान की है जो पुरुष क्रिकेटरों को मिलती आ रही थी। यही स्थितियां उसकी स्टेट यूनिटों में भी हैं।
यूपीसीए में भी बहुत कुछ बदला है। खिलाड़ियों और पूर्व खिलाड़ियों के वेलफेयर पर मंथन होने लगा है। ऐसा भी नहीं कि कमियां नहीं हैं लेकिन उतनी भी नहीं जितनी आलोचक असल स्टोरी में एडिटिंग करके सुनाते या वायरल करते रहते हैं। चूंकि यह एआई और फोटो शॉप का जमाना है इसलिए सब कुछ संभव है। पर हां जब तक आप कुछ करके दिखाते नहीं और परिणाम सार्वजनिक नहीं होता, लोगों का उस पिक्चर पर यकीन करना मजबूरी हो जाता है जो उन्हें सम्पादित कर दिखाई जाती है।
उम्मीद लगाई जा रही है कि इस दीवाली चीजें शायद बदलेंगी और हो सकता है कि यूपीसीए की तरफ से वृद्ध क्रिकेटरों, अम्पायरों और स्कोररों के लिए भी कुछ मीठा हो जाए। यहां हम उन कुछ और ऐसे राज्यों की जानकारी दे रहे हैं जो अपने पूर्व क्रिकेटरों और अम्पायरों को ग्रेटीज (भत्ता) दे रहे हैं या देने वाले हैं लेकिन इनमें कहीं भी स्कोररों का जिक्र नहीं है।
दिल्ली जिला क्रिकेट संघ
दिल्ली जिला क्रिकेट संघ अपने खिलाड़ियों और अम्पायरों (पुरुष वर्ग) को 25 हजार रुपए प्रति माह का ग्रेटीज (भत्ता) देता है, जबकि महिला वर्ग के इस तरह के भत्ते पर फिलहाल चर्चा चल रही है। दिल्ली के वे पूर्व क्रिकेटर जिन्होंने एक से चार मैच खेले हैं, उन्हें 2 लाख रुपये का एकमुश्त भुगतान देने की योजना है।
गुजरात क्रिकेट संघ
पूर्व महिला क्रिकेटरों को 3500/- प्रति माह का ग्रेटीज मिलेगा। उन प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेले पूर्व पुरुष खिलाड़ियों को 1500/- की वृद्धि मिलेगी, जिन्होंने 1 से 24 मैच खेले हैं। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन 1 से 8 मैच तक खेलने वाले अपने खिलाड़ियों को प्रतिमाह 5000 रुपए, 9 से 16 मैच खेलने वालों को 7000 और 17 से 24 मैच खेले पूर्व क्रिकेटरों को 9000 रुपए का मासिक भत्ता ग्रेटीज के रूप दे रहा है।
आंध्र क्रिकेट संघ
पुरुष क्रिकेटरों को आंध्र क्रिकेट संघ अगस्त 2022 से 1 से 24 मैच खेलने वाले पूर्व क्रिकेटरों को 10 हजार रुपए प्रति माह का भत्ता दे रहा है।
ओडिशा क्रिकेट संघ
पुरुष क्रिकेटरों को ओडिशा क्रिकेट संघ 1 से 4 मैच वालों को 2500 रुपए,
5 से 14 मैच वालों को 4500 और 15 से 24 मैच खेलने वालों को 7000 रुपए प्रति माह भत्ता दे रहा है।
सौराष्ट्र क्रिकेट संघ
सौराष्ट्र क्रिकेट संघ 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद, जिन खिलाड़ियों ने 10 से अधिक मैच खेले होंगे उन्हें 7000/- प्रति माह का भत्ता प्रदान करेगा, जबकि जिन खिलाड़ियों ने 10 से कम मैच खेले हैं, उन्हें 5000/- प्रति माह का भत्ता मिलेगा। इसके अलावा रिटायर रणजी ट्रॉफी अंपायर, जो बीसीसीआई पैनल में थे, उन्हें 5000/- प्रति माह का भत्ता देगा।
पंजाब क्रिकेट संघ
पुरुष क्रिकेटरों को पंजाब क्रिकेट संघ द्वारा 10 मैच तक खेले खिलाड़ियों को 5000 रुपए और 10 से अधिक मैच खेलने वाले को पर प्रत्येक मैच के लिए 300 रुपए का अतिरक्ति भत्ता दिया जा रहा है।
कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ
55 वर्ष से अधिक आयु के पूर्व पुरुष क्रिकेटरों को जिन्होंने 1 से 24 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, उन्हें 10 हजार रुपए प्रति माह भत्ता मिल रहा है।
मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ
1 से 4 रणजी मैच खेलने वाले पुरुष क्रिकेटरों को मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ द्वारा 3000 रुपए, 5 से 14 मैच वालों को 5000 और 15 से 24 मैच – 7000 रुपए दिया जा रहा है। 75 वर्ष से अधिक आयु के पूर्व खिलाड़ियों को भी 7000/- प्रति माह का भत्ता मिलेगा।
झारखंड राज्य क्रिकेट संघ
झारखंड राज्य क्रिकेट संघ ने पूर्व क्रिकेटरों को भत्ता देने पर सहमति जताई है, लेकिन अभी तक अंतिम अनुमोदन और वितरण का काम शुरू नहीं किया है। लेकिन इतना तय है कि बीसीसीआई की यह यूनिट भी अपने पूर्व खिलाड़ियों के हित में सोच रही है।