भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व सचिव जय शाह के रूप में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के नये चेयरमैन ने काम करना शुरू कर दिया है। जय शाह के कार्यभार संभालने की जानकारी आईसीसी ने एक पोस्ट के जरिए दी। शाह ने एक दिसंबर से आईसीसी चेयरमैन का पद संभाल लिया। पद संभालते ही उसे पहला मुश्किल फैसला अगले साल होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी के रूप में लेना होगा।
चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत के सुरक्षा कारणों से अपनी टीम पाकिस्तान न भेजने के फैसले से उसके शैड्यूल की घोषणा अभी तक नहीं हो सकी है। इस मामले में जय शाह क्या फैसला लेते हैं अब इसी का सबको इंतजार है। हालांकि जय शाह ने पद संभालने के बाद स्पष्ट कर दिया है कि उनका सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य ओलंपिक खेल 2028 हैं जिसमें क्रिकेट को भी शामिल किया गया है।
जय शाह ने साल 2009 से क्रिकेट प्रशासन के रूप में शुरू की थी अपनी पारी
साल 2009 में जय शाह पहली बार गुजरात क्रिकेट संघ में शामिल हुए थे, जिसके बाद साल 2019 में वह बीसीसीआई में सबसे कम उम्र के सचिव बने थे। उन्होंने इस पद पर रहते हुए भारतीय क्रिकेट को काफी मजबूत करने में अपनी भूमिका को बखूबी निभाया।
आईसीसी ने जय शाह के चेयरमैन पद को संभालने के साथ उनके बयान को भी जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि क्रिकेट के ग्लोबल प्रसार में उनका ज्यादा ध्यान रहने वाला है, जिसमें साल 2028 में होने वाले ओलंपिक गेम्स एक अहम मील का पत्थर साबित होगा जिसपर अभी से विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसको लेकर आईसीसी सभी सदस्यों के साथ मिलकर काम किया जाएगा। मैं इस पद को संभालने पर खुद को काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। दुनिया भर में इस खेल के लिए काफी सारी संभावनाएं हैं, जिसमें हमारे पास नए फैंस को भी जोड़ने का मौका भी होगा। हमारा टारगेट महिलाओं के खेल के विकास में तेजी लाने की कोशिश होगी।