कानपुर। अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट सेंटर ग्रीनपार्क स्टेडियम को नई क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी सोमवार को मिल जाएगी। विजय कुमार के रिटायर होने के बाद से यहां आरएसओ का पद खाली चल रहा था। लेकिन अब उनकी जगह चित्रकूट मंडल के साथ कानपुर का अतिरिक्त चार्ज सुश्री भानु प्रसाद संभालेंगी। भले ही कानपुर उन्हें अतिरिक्त चार्ज के रूप में मिला हो लेकिन चित्रकूट मंडल से कहीं बड़ी चुनौती नई आरएसओ के सामने इस स्टेडियम को फिर से अंतर्राष्ट्रीय मैचों की मेजबानी का दावा पेश करने लायक बनाने की होगी।
कठिन परिश्रम से इस मुकाम तक पहुंचने वाली भानु प्रसाद के सामने अब प्रदेश के एकमात्र स्थाई टेस्ट सेंटर ग्रीनपार्क के उन अधूरे कायार्ें को पूरा करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी जो पिछले साल बांग्लादेश टेस्ट के दौरान प्रदेश सरकार की किरकिरी का कारण बन गए थे। खासकर इस स्टेडियम के ड्रेनेज सिस्टम और दर्शक क्षमता बढ़ाने के लिए कुछ दीर्घाओं को डबल स्टोरी करवाने की जो कवायद शुरू हुई थी, उसको रफ्तार देने की अहम जिम्मेदारी अब उन्हीं पर होगी।
एनआईएस करने के अलावा लेवल वन वॉलीबाल कोर्स पास करने वाली प्रदेश की पहली महिला कोच भानु विंध्याचल मंडल मिर्जापुर से प्रमोट होकर आई हैं। उन्होंने शनिवार को चित्रकूट में आरएसओ का चार्ज लिया। इसके बाद जिलाधिकारी से शिष्टाचार मुलाकात की। भानु प्रसाद वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज गोरखपुर से जब साल 2000 में लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में क्रीड़ा अधिकारी बनकर आईं तभी पूरी तरह से उनके प्रशिक्षण का हुनर खुलकर सामने आया। बिहार की पूर्व सीनियर वॉलीबाल खिलाड़ी भानु प्रसाद न केवल शानदार खिलाड़ी रही हैं, बल्कि उन्होंने बतौर कोच लखनऊ हॉस्टल से कई लड़कियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक भी पहुंचाया है।
शानदार उपलब्धियों के बावजूद जमीन से जुड़कर रहने वाली भानु ने अपने शानदार कॅरिअर के दौरान भारतीय टीम के प्रशिक्षक की भूमिका भी निभाई। उनको इसका रिवार्ड 1998 में हरियाणा के राज्यपाल महावीर प्रसाद से और 2002 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन खेलमंत्री राज भैय्या से उत्कृष्ट प्रशिक्षक के सम्मान के रूप में मिला।