केन विलियम्सन के पहला टेस्ट न खेलने के बावजूद न्यूजीलैंड टीम ने भारत के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान आक्रामक क्रिकेट खेलने के निर्णय लिया है। इस सीरीज का पहला टेस्ट 16 अक्टूबर से बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा।
इस सीरीज के लिए न्यूजीलैंड टीम का ऐलान पहले ही कर दिया गया है, जिसमें श्रीलंका दौरे पर मिली एकतरफा हार के बाद टिम साउदी के कप्तानी छोड़ने पर टॉम लेथम को इस दौरे के लिए कीवी टीम का नेतृत्व सौंपा गया है। बता दें कि केन विलियम्सन ग्रोइन इंजरी की वजह से पहले टेस्ट में नहीं खेलेंगे जो न्यूजीलैंड टीम के एक बड़ा झटका है। हालांकि इसके बावजूद भारत दौरे पर रवाना होने से पहले न्यूजीलैंड टीम के कप्तान टॉम लेथम ने उम्मीद जताई है कि उनकी टीम से क्रिकेट प्रशंसकों को इस सीरीज के दौरान आक्रामक क्रिकेट देखने को मिलेगा।
टॉम लेथम ने भारत दौरे पर रवाना होने से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मेरे अनुसार उन चीजों को हमें जारी रखने की कोशिश करनी चाहिए जिसमें स्पिन गेंदबाजी एक अहम भूमिका निभा सकती है। भारत जाकर खेलना हमेशा एक रोमांचक चुनौती होती है और एक बार हम वहां जाकर अपनी योजना के अनुसार खेलते हैं तो हम उन्हें हरा सकते हैं।
भारत में हमने देखा है कि पिछले कुछ सालों में जिस भी टीम ने उन्हें मात दी है उन्होंने उनके खिलाफ काफी आक्रामक क्रिकेट खेली है, खासकर बल्लेबाजी में। हम वहां पहुंचने के बाद हालात को देखते हुए ये फैसला करेंगे कि हमें किस योजना के साथ खेलना है, लेकिन सभी प्लेयर्स ने अपनी योजना बनाई है जिसमें उन्हें किस तरह से इस टेस्ट सीरीज में खेलना है।
1988 में आखिरी बार टेस्ट मैच जीती थी न्यूजीलैंड टीम। भारत में न्यूजीलैंड टीम का टेस्ट रिकॉर्ड देखा जाए तो वह काफी खराब है, जिसमें वह एक बार भी यहां टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब नहीं हो सकी है, वहीं उसने अब तक खेले 36 टेस्ट मुकाबलों में से सिर्फ 2 में ही जीत हासिल की है। न्यूजीलैंड की टीम को भारत में आखिरी बार टेस्ट मैच में जीत 1988 में मिली थी। ऐसे में कीवी टीम के कप्तान टॉम लेथम के लिए ये दौरा बिल्कुल भी आसान नहीं रहने वाला है।