पिंक बॉल टेस्ट : तूफानी शतक जड़ने वाले ट्रैविस हेड बन गए टीम इंडिया के लिए हेडक, हार लगभग तय

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-टीम इंडिया ने 68 ओवरों में खो दिए 15 विकेट, एडिलेड टेस्ट में घटिया प्रदर्शन ने बढ़त गंवाने की स्थिति में पहुंचा दिया
– आस्ट्रेलिया से 157 रन से पिछड़ने के बाद टीम इंडिया के दूसरी पारी में 5 विकेट पर128 रन, अभी भी 29 रनों से पीछे

भारतीय टीम पिंक बॉल टेस्ट में फिर फेल हो गई। एडिलेड टेस्ट के दूसरे दिन पहले ट्रैविस हेड के तूफानी शतक ने आस्ट्रेलिया को भारी बढ़त दिलाई और फिर अंतिम सत्र में उसके गेंदबाजों ने भारतीय शीर्ष और मध्य क्रम की कमर तोड़कर उसे हार की कगार पर खड़ा कर दिया। इसके साथ ही पर्थ टेस्ट जीतकर जो बढ़त मिली थी, टीम इंडिया अब उसे भी गंवा सकती है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही पांच मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट में शनिवार को भारतीय टीम पहले सत्र के पहले घंटे तक ही खेल में रही। इसके बाद खेल पर मेजबान टीम का बल्ले और गेंद से कब्जा रहा।

टेल ही बची और लीड खत्म नहीं हुई

पहली पारी में 337 रन बनाकर 157 रन की लीड लेने के बाद आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारतीय टीम की आधी बल्लेबाजी सिर्फ 128 रनों पर ही पवेलियन पहुंचा दी। मेजबान टीम के पास अभी भी 29 रनों की बढ़त है और भारतीय टीम की टेल शुरू होने वाली है। इस टेस्ट में टीम इंडिया के लचर प्रदर्शन को बस इस तरह समझ लीजिए कि उसने सिर्फ 68.1 ओवर में ही अपनी डेढ़ पारी खेल ली और इस दौरान केवल 308 रन ही जुटाए।

गुलाबी गेंद की अबूझ पहेली नहीं सुलझ सकी

दूसरी पारी में भी टीम इंडिया गुलाबी गेंद की अबूझ पहेली को सुलझा नहीं सकी। मेजबान बल्लेबाजों ने जितनी आसानी से बल्लेबाजी की टीम इंडिया के बल्लेबाज उतनी ही आसानी से अपना विकेट गंवाते रहे। केएल राहुल (7) तो पैट कमिंस की बैक ऑफ लेंथ गेंद जो कि लेग स्टम्प से निकलती एक बाउंसर थी, को बेवजह पुल करने के प्रयास में विकेट फेंक आए, जबकि यहां उनसे अपनी टीम की स्थिति के मुताबिक एक लम्बी पारी की उम्मीद थी।

इनके लिए इस टेस्ट में याद रखने लायक कुछ नहीं

के एल राहुल के अलावा यशस्वी जयसवाल (24), शुभमन गिल (28) और फिर विराट कोहली (11) और कप्तान रोहित शर्मा (6) के लिए भी इस टेस्ट में याद रखने लायक कुछ नहीं रहा। पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी वाले यशस्वी, केएल राहुल और विराट एडिलेड में कहीं नजर ही नहीं आए। रिषभ पंत (नाबाद 28) और नीतीश कुमार रेड्डी (नाबाद 15) ने तेजी से रन बनाकर फिलहाल भारत की हार को तीसरे दिन के लिए टाल दिया है।

ट्रैविस हेड के लिए कोई प्लानिंग नहीं थी

इससे पहले ट्रैविस हेड के लिए कप्तान रोहित शर्मा की रणनीति समझ से परे रही। साफ दिखा कि कप्तान के पास हेड के लिए कोई प्लानिंग थी ही नहीं। यहां तक कि सीने तक आने वाली गेंदों पर हेड की असहजता सभी को मालूम थी लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने हेड को बाउंसरों से परखा ही नहीं। हेड ने लगभग सौ के स्ट्राइक रेट से 140 रनों की पारी खेलकर आस्ट्रेलिया को सीरीज में वापसी का रास्ता दिखा दिया।

हेड ने 92 रन सिर्फ 21 स्कोरिंग शॉट्स से बनाए

सिर्फ 141 गेंदों पर आई इस शतकीय पारी के दौरान हेड ने 4 छक्के और 17 चौक्के लगाए। यानि हेड ने 92 रन सिर्फ 21 स्कोरिंग शॉट्स से बनाए। सिराज की गेंद पर चौथा छक्का लगाने के बाद वे अगली ही गेंद पर यॉर्क होकर बोल्ड हो गए। इसके बाद सिराज और हेड के बीच कुछ तीखे संवाद और इशारे भी हुए। लेकिन आउट होने से पहले हेड अपना काम बखूबी कर चुके थे और मैच भारत की पहुंच से काफी दूर चला गया था।

दो जीवनदानों ने तय कर दी गेंदबाजों की दुर्दशा

हेड जैसे बल्लेबाज को यदि एक जीवनदान भी मिलता है तो गेंदबाजों की दुर्दशा तय हो जाती है। लेकिन इस बल्लेबाज को दो-दो मौके मिले। हेड जब 76 पर थे तब अश्विन की गेंद पर पहले सिराज ने उनका कैच छोड़ा, इसके तुरंत बाद हर्षित राणा के ओवर में गेंद हेड के बल्ले का एज लेकर कीपर के बगल से गुजर गई और पंत देखते रह गए। इन दो मौकों के बाद तो हेड ने गेंद की सुतली ही खोल दी।

बुमराह और सिराज ने लिए चार-चार विकेट

हेड से पहले नेथन मैक्सवीनी (39), मार्नस लाबुशेन (64), स्टीव स्मिथ (2), मिचेल मार्श (9), एलेक्स कैरी (15) पवेलियन लौट चुके थे। लेकिन हेड इस दौरान तेजी से आस्ट्रेलिया का स्कोरबोर्ड चला रहे थे। टीम इंडिया के लिए जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने 4-4, जबकि आर अश्विन और नीतीश रेड्डी ने एक-एक विकेट लिया। तीसरे दिन रिषभ पंत, नीतीश रेड्डी और इसके बाद आने वाले अश्विन के बल्लों से क्या करिश्माई पारियां निकल पाती हैं, इस मैच में अब बस यही दिलचस्पी बची है वरना हार तो लगभग तय नजर आ रही है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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