– श्रीजीथ के शतक से कर्नाटक को पहली पारी में मिली 186 रनों की बढ़त
– दूसरी पारी में यूपी पहले झटके के बाद संभली, एक विकेट पर 78 रन बनाए
– पहले दिन गिरे थे 15 विकेट, वहीं दूसरे दिन सिर्फ छह विकेट ही गिरे
संजीव मिश्र। कानपुर। कृष्णनन श्रीजीथ के शतक और अपने टैलेंडर्स के अच्छे प्रदर्शन से कर्नाटक ने रणजी ट्रॉफी ग्रुप सी के मुकाबले के दूसरे ही दिन यूपी पर सीधी जीत की सुगंध महसूस की। हालांकि विकेट का मूड दूसरे दिन काफी बदला हुआ था। पहले दिन जहां 15 विकेट गिरे थे और 216 रन ही बने थे, वहीं दूसरे दिन सिर्फ छह विकेट गिरे। इस दौरान दोनों टीमों के बल्लेबाजों ने मिलकर 269 रन बनाए। विकेट आसान खेलने की वजह से 84 रनों पर आधी टीम गंवाने वाली कर्नाटक की टीम के अंतिम पांच बल्लेबाजों ने 191 रन बना डाले।
कर्नाटक की पहली पारी 275 रनों पर समाप्त हुई
लखनऊ के अटल बिहारी बाजपेई इकाना स्टेडियम में खेले जा रहे मुकाबले में पांच विकेट पर 127 रनों से आगे खेलते हुए कर्नाटक की टीम पहली पारी में 275 रनों पर समाप्त हो गई। 186 रनों की बढ़त लेने के बाद कर्नाटक इस मुकाबले में यूपी पर हावी है। पहली पारी में 89 रन पर सिमटने वाली यूपी की टीम अपनी दूसरी पारी में पहला झटका जल्दी खाने के बाद संभल गई। इसके बाद दोनों बल्लेबाजों ने कोई और नुकसान नहीं होने दिया।
माधव कौशिक और आर्यन जुयाल सेट हुए
माधव कौशिक और आर्यन जुयाल के बीच दूसरे विकेट के लिए 70 रन जुड़ चुके हैं। दूसरे दिन स्टम्प के समय तक यूपी ने एक विकेट खोकर 78 रन बना लिए थे। माधव कौशिक (33) और कप्तान आर्यन जुयाल (35) क्रीज पर थे। यूपी का एक मात्र विकेट अभिषेक गोस्वामी (3) के रूप में गिरा। अभिषेक को विद्याधर पाटिल ने आउट किया।
कर्नाटक से यूपी अब भी 108 रनों से पीछे
इस मुकाबले में दो दिन का खेल बाकी है और यूपी अभी भी कर्नाटक की पहली पारी के स्कोर से 108 रन पीछे है। तीसरे दिन बढ़त खत्म करने के बाद मेजबान टीम कर्नाटक को दूसरी पारी में जीत के लिए कितना बड़ा लक्ष्य दे पाती है, मुकाबले का परिणाम भी इसी पर निर्भर करेगा। हालांकि विकेट आसान हो चुका है और आर्यन जुयाल और माधव कौशिक को एक दो मौके छोड़ बल्लेबाजी में कोई दिक्कत महसूस नहीं होती नहीं दिखी।
यूपी के बल्लेबाजों को खेलनी होंगी बड़ी पारियां
अब इन दोनों को और बाद में आने वाले बल्लेबाजों को कल लम्बी पारियां खेलनी होंगी। यदि यूपी टीम लीड खत्म करने के बाद बड़ा लक्ष्य दे पाती है तो मेजबान गेंदबाज अंतिम पारी में कर्नाटक को दबाव में डाल चमत्कारिक रिजल्ट भी दे सकते हैं, क्योंकि क्रिकेट में लम्बी लीड खाने वाली टीमें पहले भी ऐसा कर चुकी हैं। लेकिन यह अभी काफी दूर की बात है, फिलहाल कर्नाटक का ही इस मैच में पलड़ा भारी नजर आ रहा है।
काफी आसान खेल रहा था विकेट
कर्नाटक के बल्लेबाजों को आज आसान खेल रहे विकेट पर कोई दिक्कत नही हुई। कृष्णनन श्रीजीथ ने यूपी के गेंदबाजों के सामने काफी सहज अंदाज से खेलते हुए अपनी शतकीय पारी पूरी की। दूसरे दिन के खेल के दौरान उन्होंने श्रेयस गोपाल के साथ छठे विकेट के लिए 67 और फिर हर्षवर्द्धन (55) के साथ सातवें विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारियां भी निभाईं। श्रेयस गोपाल (15) रन बनाकर आकिब खान का शिकार हुए।
विपराज निगम की काफी देर बार याद आई, लिए दो विकेट
श्रीजीथ को शिवम मावी ने विपराज निगम से कैच करवाया। श्रीजीथ ने 110 रनों की शतकीय पारी के दौरान 12 बार गेंद को सीमा रेखा पार कराई। इसके बाद हर्षवर्द्धन और विद्याधर पाटिल (38) ने आठवें विकेट के लिए 51 रन जोड़े। विद्याधर पाटिल को डेब्यू मैच खेल रहे कृतज्ञ सिंह ने और उसके बाद मोहसिन खान (0) और अर्द्धशतकीय पारी खेलने वाले हर्षवर्द्धन को विपराज निगम ने आउट किया। विपराज निगम को कप्तान ने आज भी काफी देर बाद गेंदबाजी के लिए याद किया।
गेंदबाजों के इस्तेमाल में हुई गल्तियां
कर्नाटक की पारी में 50 ओवर पूरे होने के बाद विपराज को आज पहला ओवर डालने का मौका मिला। 9.5 ओवर की गेंदबाजी में विपराज ने 32 रन देकर दो विकेट लिए। विपराज को कल भी तीस ओवर फेंके जाने के बाद गेंदबाजी के लिए बुलाया गया था। गेंदबाजी परिवर्तन में हुई गल्तियों का ही नतीजा रहा कि कर्नाटक को पहली पारी में यूपी पर लम्बी बढ़त मिल गई।
तेज गेंदबाजों पर किया ज्यादा भरोसा
पहले दिन तेज गेंदबाजों को मिली सफलता को ध्यान में रखते हुए कप्तान ने दूसरे दिन तेज गेंदबाजों का ज्यादा इस्तेमाल किया, जबकि विकेट का मिजाज बदल गया था और उससे सीमर्स के लिए खास मदद नहीं थी। शिवम मावी और आकिब खान ने इस पारी में क्रमश: 23 और 19 ओवर डाले। शिवम मावी और आकिब खान ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि विपराज को दो और सौरभ कुमार व कृतज्ञ सिंह को एक-एक सफलता मिली।
यूपी को 18 सालों से है खिताब का इंतजार
यूपी ने एक मात्र रणजी ट्रॉफी खिताब 2005-06 में लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में बंगाल को हराकर जीता था। पिछले 18 सालों से उसको दूसरे खिताब का इंतजार है। यूपी ने अंतिम बार 2021-22 में सेमीफाइनल खेला था, जबकि 2018-19 और उससे पहले 2013-14 में उसकी चुनौती क्वार्टर फाइनल तक ही पहुंच सकी थी।