– दो शतकों के बावजूद यूपी के पास अभी तक कुल जमा 139 रन की बढ़त, केवल पांच विकेट हाथ में
– इकाना के विकेट ने लगातार तीसरे दिन रंग बदला, तीसरे दिन गिरे चारों विकेट स्पिनरों के खाते में गए
संजीव मिश्र। कानपुर। माधव कौशिक और कप्तान आर्यन जुयाल के शतकों से मैच में लौटती दिख रही यूपी की टीम अंतिम ढाई घंटे में कर्नाटक के स्पिनरों के जाल में फंस गई, जिससे तीसरे दिन शाम को मुकाबला अचानक मेहमान टीम की ओर खिसकने लगा। हर दिन रंग बदलने वाले इकाना के विकेट पर लग रहा है कि एलीट ग्रुप सी के इस रणजी ट्रॉफी मुकाबले में अभी बहुत कुछ घटित होना बाकी है।
पांच विकेट बाकी और बढ़त सिर्फ 139 रनों की
मेजबान टीम के पास पांच विकेट हैं और हाथ में अभी कुल 139 रनों की ही बढ़त है। यह बढ़त कहां तक पहुंचती है मैच का परिणाम काफी कुछ इस पर भी निर्भर करेगा। खास बात यह कि विकेट पर टर्न देख कर्नाटक के कप्तान ने सौ ओवर तक पुरानी गेंद स्पिनरों से ही डलवाई। 100 ओवरों के बाद अम्पायर ने नई गेंद थमाई तो दसवें ओवर की पहली गेंद पर समीर रिजवी का विकेट भी स्पिनर को ही मिला। साफ संकेत थे कि चौथे और अंतिम दिन यूपी के स्पिनरों की भूमिका निर्णायक साबित हो सकती है।
यूपी की टीम फिलहाल इस लड़ाई में जिंदा है
कर्नाटक को इस विकेट की चौथी पारी में बल्लेबाजी करनी होगी। जो कि बहुत आसान नहीं होगा, इसलिए यह मुकाबला थोड़ा दिलचस्प बन गया है। कौशिक और जुयाल के बीच दूसरे विकेट की साझेदारी में बने 246 रनों से दूसरी पारी में 5 विकेट पर 325 रन बनाकर फिलहाल लड़ाई में जिंदा है। विकेट का मूड अंतिम सत्र से पहले फिर बदल गया और स्पिनरों को मदद मिलने लगी। पूरे दिन में सिर्फ चार ही विकेट गिरे, जबकि यूपी ने टिककर खेलते हुए 247 रन बना लिए।
अंतिम सत्र से पहले फिर बदला विकेट का मूड
पहले पौने दो सत्र कर्नाटक के गेंदबाजों को एक विकेट लिए तरसना पड़ा। लेकिन शाम को अंतिम सत्र से थोड़ा पहले विकेट का मिजाज बदलते ही स्पिनर छा गए। तीसरेे दिन गिरे चारों विकेट कर्नाटक के स्पिनरों को मिले। यूपी अपनी बढ़त को यदि ढाई सौ तक पहुंचा पाता है तो कर्नाटक की बल्लेबाजी पर दबाव बन सकता है। लेकिन इसके लिए उसे पहले सत्र में ही तेज बल्लेबाजी करनी होगी, क्योंकि कर्नाटक की अनुभवी बल्लेबाजों को आउट करने के लिए कम से कम दो पूरे सत्रों के खेल की जरूरत होगी। यह भी ध्यान में रखना होगा कि रोज खराब रोशनी की वजह से कुछ ओवरों का खेल खराब हो रहा है।
माधव कौशिक और आर्यन जुयाल के बल्लों ने खामोशी तोड़ी
इससे पहले आज कप्तान आर्यन जुयाल और माधव कौशिक के बल्लों ने खामोशी तोड़ते हुए मौजूदा रणजी सीजन में अपने दूसरे शतक ठोंके। दोनों ने पिछली कुछ पारियों के खराब प्रदर्शन के बाद एक बार फिर फॉर्म पकड़ ली। दोनों के शतक भी तब आए जब टीम को इनकी सख्त जरूरत थी। इस मैच के बाद रणजी के दूसरे चरण के बीच काफी लम्बा गैप है।
मोहसिन खान ने तोड़ी मैराथन साझेदारी
दोनों के बीच दूसरे विकेट पर हुई द्विशतकीय साझेदारी ने एक समय कर्नाटक को अप्रत्याशित परिणाम की आशंका से भयभीत कर दिया था। लेकिन मेहमान कप्तान मयंक अग्रवाल जानते थे कि इस साझेदारी का अंत उनके लिए जीत के दरवाजे सकता है। हुआ भी ऐसा ही। चाय ब्रेक से थोड़ा पहले माधव कौशिक की शानदार पारी मोहसिन खान की गेंद पर खत्म हुई। आगे निकल कर गेंद को उड़ाने के प्रयास में कौशिक मनीष पांडे के हाथों कैच आउट हो गए। कौशिक और जुयाल के बीच दूसरे विकेट पर 246 रनों की साझेदारी हुई।
कौशिक के आउट होते ही बदल गए हालात
माधव कौशिक ने 134 रनों की शानदार पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 274 गेंदों का सामना कर 19 चौके भी जड़े। कौशिक की आंखें जमी हुई थीं और यूपी की बढ़त भी ज्यादा नहीं हुई थी। यहां से यूपी के लिए मैच बनना शुरू ही हुआ था। उन्हें एक बड़े शतक की तरफ बढ़ना चाहिए था। लेकिन जिसका डर था वही हुआ। कौशिक ने धैर्य और यूपी ने कीमती विकेट खो दिया। इस विकेट के गिरते ही यूपी के हालात भी बदल गये।
टी ब्रेक से पहले ही यूपी के लिए बदलने लगे थे हालात
रितुराज शर्मा को दूसरे छोर से गेंदबाजी कर रहे श्रेयस गोपाल ने आते ही बैट पैड कराकर शॉर्टलेग पर मनोहर से पकड़वा दिया। दोनों सफलताएं चाय से तीन ओवर पहले मिलीं और खेल एक बार फिर कर्नाटक के पक्ष में झुक गया। चाय ब्रेक पर 259/3 के साथ यूपी की कुल बढ़त सिर्फ 73 रन ही हो पाई थी। रितुराज ने पहली पारी में केवल 12 रन ही बनाए थे, जबकि दूसरी पारी में वे खाता भी न खोल सके।
तीसरे दिन शाम स्पिनरों को रास आया विकेट
पहले दिन सीमर्स, दूसरे दिन बल्लेबाजों का साथ देने वाला इकाना का विकेट तीसरे दिन शाम को स्पिनरों के लिए मौका लेकर आया अब स्पिनरों को टर्न मिलना शुरू हो गया था। श्रेयस गोपाल लगातार रफ का अच्छा इस्तेमाल कर बल्लेबाजों को परेशान कर रहे थे। इसी प्रयास से उन्हें दो सफलताएं भी मिलीं।
श्रेयस गोपाल को सबसे बड़ी कामयाबी कप्तान आर्यन जुयाल के कीमती विकेट के रूप में हाथ लगी।
यूपी ने सिर्फ 19 रनों पर खो दिए तीन विकेट
जुयाल स्वीप करने के प्रयास में चूक गए और गेंद पैड के बाद ग्लब्स से लगकर स्लिप में कैच के रूप में निकिन जोस के हाथों में चली गई। हालांकि जुयाल इस फैसले से खुश नहीं थे। उन्हें लग रहा था कि गेंद पैड से लगकर गई है। जुयाल ने 109 रन बनाने के लिए 257 गेंदें खेलीं और दो छक्के और आठ चौके लगाए। यूपी तीन विकेट केवल 19 रनों के भीतर खो देने से बैक फुट पर आ गई। पांचवें विकेट के लिए समीर रिजवी (30) और आदित्य शर्मा (नाबाद 24 ) के बीच 47 रन जुड़े।
समीर रिजवी ने सेट होने के बाद विकेट थ्रो कर दिया
इस दौरान एक बार लाइट अपील भी की गई जिसे अंपायरों ने ठुकरा दिया। समीर रिजवी सेट होने के बाद मोहसिन खान की गेंद पर एक गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर लांग ऑन पर स्मरन के हाथों कैच आउट हुए। तीसरे दिन का खेल खात्मे की ओर था और यूपी को अभी मैच में वापसी के लिए कम से कम सवा सौ रनों की और जरूरत थी। ऐसे समय में इस शॉट की जरूरत नहीं थी। समीर रिजवी की लापरवाही यूपी को भारी पड़ गई और कृतज्ञ सिंह (नाबाद 5) को मैदान में उतरना पड़ गया।