रणजी ट्रॉफी : नॉक आउट के लिए यूपी की ट्रेन छूटी, करिए अगले साल का इंतजार

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-दूसरी पारी में पांच विकेट 125 पर गिराने के बाद भी कर्नाटक से मुकाबला नहीं जीत पाई मेजबान टीम
– मनीष पांडे और अभिनव मनोहर यूपी की जीत में बने दीवार, यूपी ने दिया था जीत के लिए 261 रनों का लक्ष्य

संजीव मिश्र। कानपुर। यूपी की टीम ने फॉर्म में आते-आते बहुत देर कर दी। लखनऊ के इकाना स्टेडियम में यूपी और कर्नाटक के बीच एलीट ग्रुप सी का मुकाबला शनिवार को ड्रॉ रहा। मैच के चौथे दिन यूपी के पास सीधी जीत का मौका था लेकिन इस बार समय कम पड़ गया। इसके साथ ही यूपी का ट्रॉफी के लिए अभियान भी थम गया। दूसरी पारी में 446 रन बनाने वाली यूपी से मिले 261 रनों के लक्ष्य के जवाब में कर्नाटक अपनी दूसरी पारी में मैच ड्रॉ घोषित होने तक पांच विकेट 178 रन पर खो चुकी थी।

फॉर्म में तो आए लेकिन काफी देर में

दूसरी पारी में यूपी के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया लेकिन अब तक काफी देर हो चुकी थी। पांच मैचों से सिर्फ छह अंक जुटाने वाली यूपी के लिए पहला चरण पूरा हो गया। दूसरा चरण अगले साल 23 जनवरी से शुरू होगा लेकिन अब बिहार और एमपी के खिलाफ बचे बाकी दोनों मैच सिर्फ रिकॉर्ड में दर्ज होने के काम ही आएंगे। पहली पारी में यूपी का 89 पर आउट हो जाने का दर्द टीम को चौथे और अंतिम दिन महसूस हुआ।

.. तब मैच की कहानी कुछ और होती

मयंक अग्रवाल और मनीष पांडे जैसे स्टार बल्लेबाजों वाली कर्नाटक की टीम को तीन सेशन में आउट करना यूपी के लिए आसान नहीं था। यदि पहली पारी यदि इतनी खराब नहीं हुई होती तो यूपी के लिए इस मुकाबले की कहानी बदल सकती थी। लेकिन अब यूपी के लिए नॉक आउट दौर के लिए ट्रेन छूट चुकी है। खास बात यह कि टीम मैनेजमेंट ने जो तीनों मैच लखनऊ में खेलने की इच्छा जताई थी उससे उसे सिर्फ तीन अंक ही मिले।

पहले सत्र में यूपी की तेज बल्लेबाजी

यूपी ने अंतिम दिन सही योजना पर चलते हुए पहले सत्र के खेल में तेज बल्लेबाजी कर 260 रनों की बढ़त लेकर कर्नाटक को चौथी पारी में तीन सत्र के खेल में लक्ष्य हासिल करने की चुनौती दी थी। लेकिन कर्नाटक ने जीत के लिए जाने में कोई रुचि नहीं दिखाई। दूसरी ओर यूपी के स्पिनर भी कर्नाटक के स्पिनरों की तरह मेहमान बल्लेबाजों को खास परेशानी में नहीं डाल सके। यूपी के लिए टी ब्रेक के बाद दो विकेट जल्दी गिर जाने से जीत की जो उम्मीद जागी थी उसे मनीष पांडे और मनोहर की साझेदारी ने दफन कर दिया।

कर्नाटक ने जीत के लिए प्रयास ही नहीं किया

कर्नाटक ने दूसरी पारी रुटीन स्टाइल में शुरू की। एक बार भी नहीं लगा कि वे लक्ष्य के लिए जा रहे हैं। लंच के बाद कर्नाटक की टीम ने धीमी बल्लेबाजी कर मैच को ड्रॉ के लिए ले जाने का फैसला किया। लंच और चाय के बीच 27 ओवर की बल्लेबाजी में उसने 3.6 के औसत से 99 रन बनाए। पहली पारी की बढ़त ने उसे तीन अंक दिला ही दिए थे इसलिए जीत के लिए कोई जोखिम मोल लेना उचित नहीं समझा। हालांकि इससे उसकी नॉक आउट दौर में पहुंचने की संभावनाएं धुंधली पड़ गईं।

पांच विकेट सिर्फ 53 रन पर गिरने से जिंदा हुआ मुकाबला

इससे पहले कप्तान मयंक अग्रवाल (37) और निकिन जोस ने टीम को ठोस शुरुआत दी और पहले विकेट पर 77 रन जोड़ दिए। आकिब खान ने मयंक की पारी का अंत किया। जोस (48) रन आउट हुए। इसके बाद स्मरन (15), श्रीजिथ (7) और श्रेयस गोपाल (1) के विकेट गिरे। जब श्रेयस गोपाल के रूप में पांचवां विकेट 125 रनों पर गिरा तो अचानक यूपी की उम्मीदें जाग उठीं। अच्छी शुरुआत के बावजूद सिर्फ 53 रनों के भीतर पांच विकेट गिर जाने से एक समय कर्नाटक का स्कोर 77 रन बिना नुकसान से 125 पर पांच हो गया था।

मनीष पांडे और अभिनव मनोहर ने उम्मीदों पर पानी फेरा

यही मौका था जब यूपी को टूर्नामेंट में वापसी का रास्ता मिल सकता था, क्योंकि अभी भी 22.2 ओवरों का खेल बचा हुआ था। लेकिन इसके बाद मनीष पांडे और अभिनव मनोहर विकेट पर जम गए। मनीष पांडे और अभिनव मनोहर ने 22 ओवर सुरक्षित निकालते हुए कर्नाटक पर मंडराते हार के खतरे को खत्म कर दिया। मनीष पांडे (नाबाद 36) और अभिनव मनोहर (नाबाद 31) के बीच छठे विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी हुई। जैसा रोज हो रहा था खराब रोशनी की वजह से मैच निर्धारित समय से पहले ही ड्रॉ घोषित कर दिया गया।

सौरभ कुमार का तेज अर्द्ध शतक

इससे पहले यूपी ने अपनी दूसरी पारी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 446 रन बनाए। कृतज्ञ सिंह (5) को कौशिक आते ही लौटा चुके थे। इसके बाद आदित्य शर्मा (41) और सौरभ कुमार (54) ने सातवें विकेट के लिए 77 रनों की साझेदारी की। सौरभ ने 54 रन 55 गेंदों पर बनाए। इस रणजी सत्र में पहली बार उनका बल्ला चला। सौरभ कुमार को श्रेयस गोपाल ने आउट किया। उनके तेज अर्द्धशतक से ही यूपी की बढ़त 260 तक पहुंच सकी थी।

श्रेयस गोपाल ने लिए पांच विकेट

इसके बाद आदित्य शर्मा को श्रेयस ने बोल्ड कर दिया। शिवम मावी (15) पाटिल के शिकार बने तो विपराज निगम (25) श्रेयस की गेंद पर आउट हुए। जिन श्रेयस गोपाल से पहली पारी में गेंदबाजी ही नहीं करवाई गई थी। वह दूसरी पारी में पांच विकेट ले गए। वह विकेट पर मौजूद रफ का अच्छा इस्तेमाल कर रहे थे। लंच से पहले यूपी की पारी 446 रनों पर सिमट गई। कर्नाटक को भी पांच ओवर खेलने को मिल गए।

यूपी के पांच मैचों के बाद सिर्फ छह अंक

इस मैच से सिर्फ एक अंक जुटाने वाली यूपी पांच मैचों से 6 अंक ही ले सकी। इसके साथ ही उसकी नॉक आउट दौर में प्रवेश की संभावनाओं का भी अंत हो गया। प्वाइंट टेबल में यूपी सातवें स्थान पर खिसक गई है, जबकि कर्नाटक को तीन अंक मिलने से उसके 12 अंकों हो चुके हैं लेकिन उसका अभियान भी खत्म होने की कगार पर है, क्योंकि वह चौथे स्थान पर है। हरियाणा (20 अंक) और केरल (18) अंक क्रमश: पहले और दूसरे स्थान पर हैं और नॉक आउट की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं।

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