संजीव मिश्र। कानपुर। तीन मैच, पांच अंक और अंक तालिका में पांचवीं पोजीशन। मतलब साफ है कि यहां से नॉक आउट दौर में जगह बनाने के लिए यूपी के कप्तान आर्यन जुयाल और कोच सुनील जोशी को कुछ अतिरिक्त ही करके दिखाना होगा। रणजी ट्रॉफी के चौथे दौरे में उसका सामना बुधवार से ग्रुप सी में केरल के खिलाफ उसी के घर पर है।
केरल बहुत मजबूत प्रतिद्वंद्वी नहीं
यूपी के लिए केरल की टीम बहुत कठिन प्रतिद्वंद्वी नहीं है खासकर यह देखते हुए कि उसकी बल्लेबाजी अभी तक कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी है। लेकिन उसके पास अपने विकेट पर खेलने का लाभ जरूर होगा। यूपी के पास अच्छी बल्लेबाजी है लेकिन उसके बल्लेबाजों के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है जो पिछले तीन मैचों के दौरान उसकी सफलता में आड़े आती रही।
यूपी का एक टीम के रूप में प्रदर्शन नहीं आया
टूर्नामेंट में बने रहने के लिए यूपी को इस मैच में केरल के खिलाफ सीधी जीत दर्ज करनी होगी। समस्या यह है कि अभी तक यूपी का प्रदर्शन एक टीम के रूप में देखने को नहीं मिला है जो कि उसका सबसे कमजोर पक्ष है। कप्तान आर्यन जुयाल एक मात्र अपवाद हैं, जिन्होंने अभी तक अपनी बल्लेबाजी से टीम को सहारा दे रखा है। इस मैच से भी बल्लेबाजों और गेंदबाजों का समग्र प्रदर्शन मिल जाए तो टूर्नामेंट में वापसी संभव है।
रिंकू सिंह के न होने से बल्लेबाजी कमजोर हुई
माधव कौशिक ने पंजाब के खिलाफ शानदार शतकीय पारी खेलकर यूपी के लिए हालात कुछ सुधारे लेकिन प्रियम गर्ग, नितीश राणा, सौरभ कुमार, सिद्धार्थ यादव के बल्ले कुछ एक मौके को छोड़ शांत ही रहे। इस मैच में रिंकू सिंह भी नहीं होंगे। वे टी-20 सीरीज के लिए टीम इंडिया के साथ दक्षिण अफ्रीका पहुंच चुके हैं। उनकी अनुपस्थिति टीम को खलेगी। इससे बल्लेबाजी भी कमजोर हो जाएगी।
गेंदबाजी में नहीं दिख रहा पैनापन
गेंदबाजी में भी यही स्थिति है। पेसर यश दयाल के इंडिया ए टीम से जुड़ने के बाद शिवम मावी की वापसी हुई लेकिन पंजाब के खिलाफ दूसरी पारी में जब यूपी को जीत के लिए अंतिम दिन नौ विकेट की जरूरत थी तब गेंदबाजी में पैनापन गायब दिखा। विपराज निगम को इस मैच में बैठाने का औचित्य भी समझ में नहीं आया। सौरभ कुमार तीन मैचों में अपनी फॉर्म में नहीं दिखे। शिवम शर्मा को जरूर कुछ कामयाबी मिली है। लेकिन दूसरी तरफ से उन्हें साथ नहीं मिल रहा है।
पंजाब के खिलाफ मौका चूकने से स्थितियां बदलीं
पिछले मैच में यूपी के हाथ पंजाब को हराने का सुनहरा मौका लगा था, जो कि पारी की लेट घोषणा से जाता रहा। और फिर यहीं से उसके लिए टूर्नामेंट में स्थितियां भी बदल गईं। दूसरी ओर केरल ने पहले ही लो स्कोरिंग मुकाबले में पंजाब पर आठ विकेट की जीत के साथ अपनी स्थिति मजबूत कर ली थी। हालांकि केरल के बल्लेबाजों ने अभी तक कोई खास प्रदर्शन नहीं किया है।
केरल को ठोस शुरुआत के लिए जूझना पड़ रहा
केरल की सलामी जोड़ी फॉर्म में नहीं है, इसलिए टीम को अच्छी शुरुआत के लिए जूझना पड़ सकता है। वत्सल गोविन्द ने तीन मैचों में क्रमश: 5, 31 और 28 रनों की पारियां खेली हैं, जबकि उनके जोड़ीदार रोहन कुन्नूमल ने जरूर कुछ मौकों पर अच्छा प्रदर्शन किया है। कुन्नूमल ने बंगाल के खिलाफ 23, कर्नाटक के खिलाफ 63, पंजाब के खिलाफ 15 और 48 रन बनाए।
कप्तान सचिन बेबी फॉर्म में लौटते दिखे
कप्तान सचिन बेबी भी खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। उन्होंने बंगाल के खिलाफ 12, कर्नाटक के खिलाफ नाबाद 23, पंजाब के खिलाफ पहली पारी मे 12 रन बनाए। लेकिन दूसरी पारी में 56 रन बनाकर उन्होंने फॉर्म में लौटने के संकेत दिए, जबकि विकेट कीपर बल्लेबाज मोहम्मद अजहरुद्दीन बंगाल के खिलाफ 84 और पंजाब के खिलाफ 38 रन बना अपनी लय में नजर आ रहे हैं। खब्बू बल्लेबाज सलमान निजर बंगाल के खिलाफ सिर्फ पांच रनों से शतक पूरा करने से रह गए थे। उन्होंने नाबाद 95 रन बनाए थे, जबकि पंजाब के खिलाफ उन्होंने 13 और नाबाद 7 रनों की पारियां खेलीं थीं।
जलज सक्सेना गेंद और बल्ले दोनों से चमके
बाबा अपराजित बंगाल के खिलाफ खाता भी नहीं खोल पाए, जबकि कर्नाटक के खिलाफ 19 और पंजाब के खिलाफ तीन और नाबाद 39 रन बनाए। उन्होंने इस मैच की दूसरी पारी में 35 रन देकर पंजाब के चार विकेट लिए थे। ऑलराउंडर जलज सक्सेना ने बंगाल के खिलाफ शानदार 84 रन बनाए, जबकि एक विकेट भी लिया। पंजाब के खिलाफ बल्ले से तो 17 ही रन आए लेकिन इस बार गेंद के साथ उनका शानदार प्रदर्शन रहा। पहली पारी में पंजाब के पांच और दूसरी पारी में दो विकेट लिए।
आदित्य सरवटे से यूपी के बल्लेबाजों को सतर्क रहना होगा
स्लो लेफ्टऑर्म ऑथार्ेडॉक्स स्पिनर आदित्य सरवटे से यूपी के बल्लेबाजों को सतर्क रहना होगा। सरवटे ने बंगाल के खिलाफ पहले मैच में दो विकेट लिए थे। लेकिन उसके बाद पंजाब के खिलाफ पहली पारी में पांच और दूसरी पारी में चार विकेट लिए। बेसिल थंपी को अभी तक दो मैचोंमें एक भी विकेट नहीं मिल पाया है। यही हाल एमडी निधीष का भी है।
अंक तालिका में यूपी की स्थिति खराब
केरल की टीम तीन मैचों में एक जीत और दो ड्रॉ मुकाबलों के साथ 8 अंक लेकर अंक तालिका में नम्बर दो की पोजीशन पर है, जबकि यूपी इतने ही मैचों से पांच अंक ही जुटा पाई है और ग्रुप में उसकी स्थिति बंगाल के बाद पांचवें नंबर की है। पहले स्थान पर हरियाणा (10), केरल के बाद तीसरे स्थान पर कर्नाटक (8) और चौथी पोजीशन पर बंगाल (5) की टीम है।