बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के सिडनी में शुरू हुए पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में भी भारतीय बल्लेबाजी जा जनाजा निकला। इस बार आस्ट्रेलिया के सबसे बुजुर्ग गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने भारतीय शीर्ष क्रम की लंका लगा दी। पहली पारी में टीम इंडिया ने पूरी सीरीज में खराब प्रदर्शन किया। सिडनी में सिवाय कप्तान के कुछ नहीं बदला। आस्ट्रेलिया इस सीरीज में 1-2 से आगे चल रही है, इसलिए टीम इंडिया के लिए यह मैच जीतकर सीरीज बराबर छुड़ाने की कठिन चुनौती है।
बोलैंड के सुबह और चाय के बाद के स्पैल ने सारा अंतर कर भारत को एक बार फिर पहले ही दिन बैक फुट पर जाने को मजबूर कर दिया। टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी चुनने वाली भारतीय टीम ऑल आउट होने से पहले सिर्फ185 रन बोर्ड पर लगा सकी। बोलैंड ने 31 रन देकर चार विकेट चटकाए, जबकि मिचेल स्टार्क को तीन और कप्तान पैट कमिंस को दो विकेट मिले। दिन के आखिरी ओवर में जसप्रीत बुमराह ने विकेट निकालकर भारत को वापसी की राह दिखाई। ऑस्ट्रेलिया अभी 176 रनों से पीछे है।
सिडनी में टॉस के लिए उतरे जसप्रीत बुमराह की ओर से बताया गया कि कप्तान रोहित शर्मा ने खुद ही टीम से इस मैच में आराम लेने का निर्णय लिया है। बुमराह टॉस जीते हॉलांकि ग्रीन टॉप पर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला सही साबित नहीं हुआ। ओपनर केएल राहुल (4) को स्टार्क ने अपने जाल में फंसाकर फ्लिक करवा स्क्वायर लेग पर पकड़वा दिया। इसके बाद बोलैंड ने पहले ही ओवर में जायसवाल (10) के विकेट के पीछे कैच करा दिया। लंच से पहले की अंतिम गेंद पर नाथन लियोन की गेंद पर शुभमन गिल (20) भी स्लिप में कैच देकर अपना विकेट गंवा गए।
विराट कोहली (17) जो कि इस पारी में बाहर जाती गेंदों को छोड़ रहे थे अचानक बोलैंड पर उसी गलती को कर बैठे। बोलैंड की गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेती हुई स्लिप में चली गई। रिषभ पंत (40) और रवींद्र जडेजा (26) ने चाय तक का समय निकाल लिया लेकिन अंतिम शेषन में बोलैंड ने फिर दो झटके दो भारतीय टीम की कमर तोड़ दी।
बोलैंड ने पंत को फंसा लिया। वह उनकी एक उछाल लेती गेंद पर पुल करने चले गए और मिडऑन पर लपके गए। पंत 40 रन बनाकर सेट हो चुके थे। उसके बाद उन्होंने फिर वैसा ही लापरवाह शॉट खेला जैसा पिछले टेस्ट की दोनों पारियों में खेला था। अगली ही गेंद पर नीतीश कुमार रेड्डी भी विकेट के पीछे कैच थमाकर भारत की मुश्किलें बढ़ा गए।
जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर भी ज्यादा देर तक विकेट पर नहीं रुक सके। स्टार्क ने जडेजा को विकेट के सामने पकड़वाया तो वॉशिंगटन सुंदर भी कमिंस की गेंद पर विवादास्पद फैसले का शिकार बन लौट आए। भारत को यह झटका 148 रन था। कप्तान बुमराह (22) ने कुछ बड़े हिट लगाकर भारतीय टीम को 185 रनों तक पहुंचाया। हालांकि सैम कांस्टास से झड़प के तुरंत बाद दिन की आखिरी गेंद पर सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (2) का विकेट लेकर कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने भारतीय ड्रेसिंग रूम का माहौल जरूर बदल दिया।