सचिन तेंदुलकर के बाल सखा विनोद कांबली की फिर हुई तबीयत खराब, अस्पताल में भर्ती

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पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और मास्टर ब्लॉस्टर सचिन तेंदुलकर के बचपन के दोस्त विनोद कांबली की तबीयत फिर बिगड़ गई है। उन्हें सोमवार को हालत बिगड़ने पर मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। कांबली हाल ही में तब सुर्खियों में आए थे जब अपने कोच रमाकांत आचरेकर के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में सचिन तेंदुलकर से उनकी मुलाकात हुई थी। उसी के बाद दुनिया को अपने कॅरिअर के शुरुआती दौर में धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले इस खिलाड़ी के खराब हालात के बारे में पता चला था।

दो पुराने दोस्तों की अरसे बाद हुई मुलाकात का वीडियो खूब वायरल हुआ था। इसी के बाद टीम इंडिया को 1983 में पहला वर्ल्ड कप दिलवाने वाले कप्तान कपिलदेव समेत उनकी टीम के सदस्यों ने उनकी आर्थिक मदद की पेशकश की थी। कांबली की तबियत अचानक खराब होने पर ठाणे के प्रगति हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टर्स की टीम उनकी देखभाल कर रही है और सभी जरूरी टेस्ट किए जा रहे हैं।

आर्थिक तंगी से जूझ रहे भारतीय टीम के पूर्व बाएं हाथ के बल्लेबाज विनोद कांबली का हाल ही में सचिन तेंदुलकर के साथ वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह सचिन को अपने बैठने के लिए कहते हैं। दोनों पुराने दोस्त कोच रमाकांत आचरेकर के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में मिले थे। इस कार्यक्रम में भी कांबली की हालत खराब लग रही थी।

बता दें कि विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर सबसे पहले स्कूली क्रिकेट में 664 रनों की साझेदारी निभाकर लाइम लाइट में आए थे। इसके बाद दोनों भारतीय टीम से भी खेले। सचिन अपनी अनुशासित जीवन शैली से सफलता के शिखर पर पहुंच क्रिकेट के भगवान माने जाने लगे, जबकि उनके मित्र विनोद कांबली थोड़ी सी सफलता को पचा नहीं सके और वह जल्दी ही क्रिकेट की दुनिया से गायब हो गए। कांबली ने भारतीय टीम के लिए 17 टेस्ट मैचों में कुल 1084 रन बनाए हैं, जिसमें 4 शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने टीम इंडिया के लिए कुल 104 वनडे मैचों में कुल 2477 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं।

विनोद कांबली ने भारतीय टीम के लिए साल 1991 में वनडे में और टेस्ट क्रिकेट में 1993 में डेब्यू किया था। शुरुआत में कांबली ने टीम इंडिया के लिए जोरदार प्रदर्शन किया और वह भारत के लिए सबसे तेज 1000 टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने 14 पारियों में ऐसा किया था। लेकिन अनुशासनहीन जिंदगी के चलते 2000 के दशक में उनका प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा और इसी वजह से वह भारतीय टीम इंडिया से बाहर हो गए। आखिरी वनडे मैच साल 2000 में श्रीलंका के खिलाफ खेला।

इसके बाद पार्टीबाजी और शराब की लत ने कांबली की सेहत पर भी काफी बुरा असर डाला। कई बार उन्हें रिहैबिलिटेशन के लिए भी भेजा गया। जल्दी ही हार्ट से संबंधित बीमारी ने उन्हें घेर लिया और 2012 में उनकी एंजियोप्लास्टी हुई। इसके बाद 2013 में उन्हें हार्ट अटैक पड़ा। सोमवार को अस्पताल से एक ताजा वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें कांबली की तबीयत खराब नजर आ रही है।

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