डरबन। प्लेयर ऑफ द मैच संजू सैमसन के तेज तर्रार शतक और शानदार गेंदबाजी से भारत ने किंग्समीड में चार मैचों की टी20 सीरीज का पहले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 61 रन से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। इसके साथ ही भारत ने टी-20 मुकाबले में अपनी लगातार 11वीं जीत दर्ज की।
इस मैच में दक्षिण अफ्रीका टीम के कप्तान एडेन मार्करम ने टॉस जीतकर टीम इंडिया से पहले बल्लेबाजी के लिए कहा। संजू सैमसन ने भारत के लिए लगातार दूसरा शतक जड़ा, जिससे टीम इंडिया ने आठ विकेट खोकर 202 रन बनाए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 17.5 ओवर में सिर्फ 141 रन बनाकर आउट हो गई।
इससे पहले 203 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की टीम को अर्शदीप सिंह के ओवर में पहला झटका लगा। कप्तान एडन मार्करम लगातार दो चौके लगाने के बाद आउट हुए, जबकि ट्रिस्टन स्टब्स 11 रन बनाकर आउट हुए। रेयान ने 21 रन का योगदान दिया। हेनरिक क्लासेन 25 और डेविड मिलर ने 18 रन बनाए। इन दोनों बल्लेबाजों को वरुण ने आउट किया।
रवि बिश्नोई ने पैट्रिक और एंडिल को आउट किया। रवि बिश्नोई ने मार्को यानसेन को पवेलियन का रास्ता दिखाया है। मार्को 8 गेंद में 12 रन बनाकर आउट हुए। गेराल्ड कोएट्जी ने 11 गेंदों में तीन छक्कों की मदद से 23 रन बनाए। उन्हें कप्तान सूर्यकुमार ने सीधे थ्रो से रन आउट कर दिया। भारत के लिए वरुन चक्रवर्तीऔर रबि बिश्नोई ने तीन-तीन विकेट लिए। आवेश खान ने दो और अर्शदीप सिंह ने एक विकेट लिया।
इससे पहले टीम इंडिया को पहला झटका अभिषेक शर्मा (7) के रूप में लगा, वह जेराल्ड कोएट्जी की गेंद पर एडेन मार्करम के हाथों कैच आउट हुए। इसके बाद संजू सैमसन और सूर्यकुमार ने गेंदबाजों को अपने कंट्रोल में ले लिया। विकेट के चारों ओर छक्कों और चौकों की झड़ी सी लग गई। इसी दौरान संजू सैमसन ने 27 गेंदों में 3 चौके और 5 छक्कों की मदद से अपना पचासा पूरा कर लिया।
पहले ओवर में जहां सिर्फ 2 रन ही बने थे, वहीं अगले पांच ओवर में भारत ने 54 रन बना डाले। संजू सैमसन और सूर्या के बल्ले आग उगल रहे थे। इसी दौरान पैट्रिक क्रूगर ने वाइड और नो बॉल डाल-डालकर 11 गेंदों का ओवर किया, जिसकी आखिरी गेंद पर सूर्यकुमार यादव कैच आउट हो गए। उन्होंने 21 रन बनाए।
सूर्या के आउट होने के बावजूद संजू का गेंद पर प्रहार जारी रहा। उन्होंने 47 गेंदों में 7 चौके और 9 छक्कों की मदद से अपना दूसरा शतक पूरा किया। इसी के साथ टी-20 में वह लगातार दो मैचों में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज भी बन गए। इससे पहले बांग्लादेश के खिलाफ भी उन्होंने शतक जड़ा था।
भारत का स्कोर14वें ओवर में ही 150 रन पार कर गया था। सैमसन ने 50 गेंद में 107 रन की अपनी पारी में सात चौके और 10 छक्के मारे। उन्होंने सूर्यकुमार यादव के साथ दूसरे विकेट के लिए 66 और तिलक वर्मा (33) के साथ तीसरे विकेट के लिए 77 रन की साझेदारी की।
एक समय भारत का स्कोर दो विकेट पर 167 रन था और 5.3 ओवर का खेल भी बचा था। इस समय संजू सैमसन और तिलक वर्मा जिस अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे, ऐसा लेग रहा था भारत 230 से 240 के बीच स्कोर खड़ा करेगा। लेकिन फिर 35 रनों के भीतर छह विकेट गिर जाने से रनों की रफ्तार बिगड़ गई। भारत अंतिम छह ओवर में 40 रन ही बना सका।
संजू सैमसन को पीटर ने ट्रिस्टन स्टब्स के हाथों कैच आउट कराया। उनसे पहले तिलक वर्मा 18 गेंदों में 33 रन बनाकर आउट हुए थे। जैसे ही संजू सैमसन आउट हुए विकेटों की झड़ी सी लग गई। हार्दिक पांड्या (2) के रूप में भारत को पांचवां झटका लगा। उनको जेराल्ड कोएट्जी ने मार्को यानसेन के हाथों कैच कराया।
रिंकू सिंह भी ज्यादा देर नहीं टिक सके। रिंकू ने 10 गेंदों में 11 रन बनाए। उनको जेराल्ड कोएट्जी ने हेनरिक क्लासेन के हाथों कैच आउट कराया। अक्षर पटेल को आखिरी ओवर की पहली गेंद पर आउट होकर पवेलियन लौटना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका की ओर से गेराल्ड कोएट्जी सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 37 रन देकर तीन विकेट चटकाए।