लखनऊ। शेष भारत के खिलाफ ईरानी ट्रॉफी में अविजित दोहरा शतक जड़ने वाले सरफराज खान गुरुवार को कार हादसे में घायल अपने भाई मुंशीर खान के लिए काफी इमोशनल नजर आए। इकाना स्टेडियम में चल रहे मैच के तीसरे दिन सरफराज ने मीडिया के सामने एक राज खोला। उन्होंने कहा कि हादसे की वजह से जब मुशीर इस मुकाबले से बाहर हो गया तो मैंने अपने परिवार और साथियों से यह वादा किया था कि वह इस मैच में दोहरा शतक लगाने की कोशिश करेगा। इसमें मुझे कामयाबी भी मिली।
घरेलू क्रिकेट की रन मशीन बन चुके दोनों भाई सरफराज खान और मुशीर खान भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे बन चुके हैं। सरफराज ने इस मैच में अविजित 222 रन की पारी खेली। शानदार फॉर्म में चल रहे मुशीर खान इस मैच में हिस्सा लेने के लिए आजमगढ़ से अपने पिता नौशाद खान के साथ कार से लखनऊ आ रहे थे लेकिन उनकी कार पूर्वांंचल एक्सप्रेस वे पर डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी और उन्हें ट्रामा सेन्टर में भर्ती करना पड़ा, जहां उनके गले में चोट की बात सामने आई है।
सरफराज ने तीसरे दिन के खेल के बाद यहां कहा, ‘यह मेरे लिए एक भावनात्मक सप्ताह रहा है। मैंने अपने परिवार और साथियों से वादा किया था कि अगर मैं क्रीज पर थोड़ा समय बिताने में सफल रहता हूं तो 200 का स्कोर बनाऊंगा। इसमें एक मेरे लिए और एक मेरे भाई के लिए होगा।’
26 साल के सरफराज ने कहा, ‘अगर मुशीर इस मैच का हिस्सा होता तो अब्बू काफी गौरवान्वित होते। दुर्भाग्य से उसे दुर्घटना का सामना करना पड़ा। ऐसे में मैंने सोचा कि मैं इस मैच में दोहरा शतक लगाने की कोशिश करूंगा।’
सरफराज खान मुंबई के लिए ईरानी ट्रॉफी में दोहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी हैं। सरफराज ने कहा कि उन्होंने खुद से सात साल छोटे अपने भाई से बात की है। वह ठीक है लेकिन पूरी तरह से उबरने में उसे दो-तीन महीने लग सकते हैं।