कानपुर। भारत-बांग्लादेश के बीच ग्रीनपार्क का जो दूसरा टेस्ट बारिश और खराब ड्रेनेज सिस्टम की वजह से किरकिरी का कारण बना हुआ था। चौथे दिन वह खेल की वजह से दुनियां भर में चर्चा का विषय बन गया। तीन दिनों से दर्शक भी दीर्घाओं में सन्नाटे में बैठे-बैठे हताश हो गए थे। उन्हें तीन सालों बाद मिले टेस्ट मैच खेल न देख पाने का दर्द था। लेकिन सूर्य देव के मेहरबान होते ही भारतीय बल्लेबाजी के विस्फोटक नजारा उनके लिए सच मायने में पेन किलर साबित हुए। उनका उत्साह देखते ही बन रहा था।
यह दिन विश्व कीर्तिमानों की शामत का रहा। भारतीय पारी की शुरुआत कप्तान रोहित शर्मा और यशस्वी जयसवाल ने धमाकेदार अंदाज में की। विकेट पर आते ही उनका बल्लों ने आग उगलनी शुरू कर दी। पहले 50 रन सिर्फ तीन ओवरों में ही बन डाले जो दिन का पहला विश्व रिकॉर्ड रहा। इससे पहले इसी साल इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ नाटिंघम टेस्ट में 4.2 ओवर में यह रिकॉर्ड बनाया था। सिर्फ 10.1 ओवर में ही टेस्ट क्रिकेट के सबसे तेज 100 रन भी बना डाले। इसके बाद 150, 200 और 250 के विश्व कीर्तिमान भी बारी-बारी टूट गए।
भारत ने सबसे पहले टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 100 रन बनाने का रिकॉर्ड तोड़ा। यह रन सिर्फ 10.1 ओवर में बने। भारतीय बल्लेबाजों ने अपने ही पिछले रिकॉर्ड में सुधार किया, जो उसने पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट में 2023 में 12.2 ओवर में बनाकर स्थापित किया था। 2001 में श्रीलंका ने बांग्लादेश के खिलाफ 13.1 ओवर में सबसे तेज सौ रन बनाए थे।
भारतीय बल्लेबाजों ने सबसे तेज 150 रन बनाने का भी विश्व रिकॉर्ड बना डाला। बल्लेबाजों ने18.2 ओवर में यह रन आए। पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट में 2023 में इसी मैच में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 21.1 ओवर में 150 रन बनाए थे। 24.4 ओवर में भारत ने 200 रन बनाकर 2017 में पाकिस्तान के खिलाफ आस्ट्रेलिया के सिडनी टेस्ट का रिकार्ड भी तोड़ दिया। आस्ट्रेलिया ने तब पाकिस्तान के खिलाफ 28.1 ओवर में 200 रन बनाए थे।
भारत ने एक ओर कीर्तिमान बनाया। मेजबान बल्लेबाजों ने किसी टेस्ट मैच में 33.4 ओवर तक किसी पारी में कोई मैडन ओवर नहीं होने दिया। टेस्ट इतिहास के 85 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है। पिछले तीन दिनों की बारिश से खेल न हो पाने के दर्द पर भारतीय बल्लेबाजों ने दर्शकों के लिए पेन किलर का काम किया। इसके बाद देखते ही देखते 250 रनों का विश्व कीर्तिमान भी ध्वस्त हो गया। भारत ने यह रन 30.1 ओवरों में बनाए। इससे पहले 2022 में इंग्लैंड ने रावलपिंडी में 34 ओवरों में यह रन बनाए थे।
चौथे दिन 437 रन बने और 18 विकेट भी गिरे
कानपुर। अब भला इससे अच्छी भी स्पोर्टिंग विकेट बनाई जा सकती है। ग्रीनपार्क स्टेडियम में भारत-बांग्लादेश के बीच दूसरे व अंतिम क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन जब हर कोई बारिश के बाद विकेट के व्यवहार को लेकर सशंकित था तब न सिर्फ इस टेस्ट सेन्टर पर एक दिन का रिकॉर्ड स्कोर बना बल्कि 18 विकेट भी गिरे। इससे पहले ग्रीनपार्क में भारत ने श्रीलंका के खिलाफ 2009 की सीरीज में एक दिन में 417 रन बनाए थे।
बता दें कि किसी टेस्ट मैच के एक दिन में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड जुलाई 1936 को मैनचेस्टर में बना था, जब इंग्लैंड के सामने भारतीय टीम थी। इस टेस्ट मैच के दूसरे दिन कुल 588 रन बने, जिसमें दोनों ही टीमों का योगदान रहा। इंग्लैंड ने दूसरे दिन अपनी पहली पारी 2 विकेट पर 173 रन से आगे खेलना शुरू किया और दूसरे दिन 8 विकेट पर 571 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी। इसके बाद भारत ने भी तेजी से रन बनाते हुए बिना किसी नुकसान के 190 रन बना लिए। भारत की ओर से विजय मर्चेंट 79 और मुश्ताक अली 105 रन बनाकर नाबाद लौटे थे।
इंलैंड ने दूसरे दिन कुल 398 रन बनाए और इसके बाद भारत ने 190 पीट दिए। इस तरह से दोनों टीमों के स्कोर को योग करने पर एक ही दिन 588 रन बने, जो आज भी रिकॉर्ड है। विजय मर्चेंट ने भी खेल के अंतिम दिन शतक ठोंक दिया था।