नयी दिल्ली – लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि जब तक खेल संघों की कमान नेताओं की जगह खिलाड़ियों को नहीं सौंपी जाएगी, तब तक भारत अपनी असली क्षमता नहीं प्राप्त कर सकता। उन्होंने खिलाड़ियों के एक समूह के साथ मुलाकात का एक वीडियो सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ पैसा नहीं तो गेम नहीं, आज भारत में ज़्यादातर एथलीट की यही सच्चाई है।
हरियाणा और देश भर से आए खिलाड़ियों के एक समूह से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना।’’ उनके मुताबिक, व्यवस्था से पूरी तरह निराश, आहार, आराम और प्रशिक्षण जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझते ये युवा उम्मीद और आत्मविश्वास भी खो रहे हैं जो भारत के लिए बड़ा नुकसान है।
राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया, ‘‘जब तक हम खिलाड़ियों को सीधा समर्थन देने वाला सिस्टम नहीं लाते, खेल संघों में नेताओं की जगह खिलाड़ियों को ज़िम्मेदारी नहीं देते, तब तक भारत अपनी असली क्षमता नहीं प्राप्त कर सकता।’’ उन्होंने कहा कि भारत में असीम प्रतिभाएं हैं तथा पारदर्शिता, निष्पक्षता और हर ज़रूरी सुविधा से ही हर होनहार खिलाड़ी को एक समान फ़ायदा सुनिश्चित हो पाएगा।