-इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी सात विकेट पर 823 रन बनाकर की घोषित
-दूसरे विश्व युद्ध के बाद यह इंग्लैंड का टेस्ट में किसी पारी में बनाया गया सबसे अधिक स्कोर
-पाकिस्तान की दूसरी पारी बुरी तरह लड़खड़ाई, 152 रन पर छह विकेट गिरे
मुल्तान। इंग्लैंड और पाकिस्तान के विश्व चैम्पियन टेस्ट सीरीज के पहले मैच में जो रूट (262) के दोहरे शतक के बाद हैरी ब्रुक (317) के रिकॉर्ड तोड़ तिहरे शतक ने मुल्तान में हलचल मचा दी। चौथे दिन का खेल इंग्लिश बल्लेबाजों की आंधी और पाकिस्तानी गेंदबाजी के कत्लेआम का रहा। शाम तक पाकिस्तान के ऊपर पारी की हार कर संकट मंडरा रहा था।
पाकिस्तान के पहली पारी में 556 रनों के जवाब में इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी सात विकेट पर 823 रनों का पहाड़ खड़ाकर घोषित कर दी। पहली पारी के आधार पर 267 रनों से पिछड़ने वाली पाकिस्तान की टीम दूसरी पारी में लीड के दबाव में लड़खड़ा गई और अपने छह विकेट 152 रनों पर खो दिए। अभी भी वह इंग्लैंड की पहली पारी के स्कोर से 115 रनों से पीछे है, जबकि सिर्फ चार विकेट उसके पास हैं।
बीते 27 सालों के इतिहास में ऐसा पहली पार हुआ है जब किसी टीम ने 800 रनों का आंकड़ा पार किया हो। आखिरी बार श्रीलंका ने ऐसा किया था। श्रीलंका ने 1997 में भारत के खिलाफ कोलंबो में 6 विकेट के नुकसान पर 952 रन बनाए थे और यह टेस्ट इतिहास में किसी भी टीम द्वारा किसी पारी में बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर है। इंग्लैंड के 823 रन टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का किसी पारी में बनाया गया चौथा सबसे बड़ा स्कोर भी है।
इंग्लैंड की पारी के दौरान टूटे एक से एक रिकॉर्ड
823/7- इंग्लैंड द्वारा बनाया गया यह स्कोर टेस्ट में किसी टीम द्वारा एक पारी में बनाया गया चौथा सबसे बड़ा स्कोर है। टेस्ट की एक पारी का सर्वाधिक टीम टोटल का रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम है। इस लिस्ट में दूसरे और तीसरे स्थान पर इंग्लैंड ही है। इंग्लैंड ने अगस्त 1938 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओवल में 903/7 स्कोर किया था, जबकि अप्रैल 1930 में उसने वेस्टइंडीज के खिलाफ 849 का स्कोर किया था। दूसरे विश्व युद्ध के बाद यह इंग्लैंड का टेस्ट में किसी पारी में बनाया गया सबसे अधिक स्कोर है।
823/7- यह पहली बार है जब किसी टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट में 800 रनों का आंकड़ा पार किया हो। पाकिस्तान के खिलाफ इससे पहले जो एक पारी में सर्वाधिक स्कोर किया गया था, वो रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम था, जिन्होंने फरवरी 1958 में 790/3 का स्कोर किया था।
703-4 इंग्लैंड को मैच में चौथा झटका 703 के स्कोर पर जो रूट के रूप में लगा था। यह पहली बार है जब टेस्ट में इंग्लैंड ने तीन या उससे कम विकेट खोकर 700 रनों का आंकड़ा पार किया है।
6- पाकिस्तान के छह गेंदबाज-शाहीन अफरीदी, नसीम शाह, अबरार अहमद, आमेर जमाल, आगा सलमान और सईम अय्यूब ने 100 से अधिक रन दिए। टेस्ट इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब किसी मैच की एक पारी में छह गेंदबाजों ने 100 या उससे अधिक रन खर्चे हों।
454 – जो रूट और हैरी ब्रूक ने चौथे विकेट के लिए 454 रनों की साझेदारी की है. यह इंग्लैंड की ओर से टेस्ट में किसी भी विकेट के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी है। मई 1957 में, मे और काउड्रे, द्वारा 411 की साझेदारी की गई थी, जबकि यह टेस्ट में चौथे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है, 2015 में होबार्ट में ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज में मार्श और वोजेस द्वारा बनाए गए 449 रनों की साझेदारी हुई थी। यह पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारी है। 1958 में दूसरे विकेट के लिए कॉनराड हंट और गैरी सोबर्स ने की 446 रन की साझेदारी को पीछे छोड़ दिया है।
317- टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह दूसरा सबसे तेज तिहरा शतक है। हैरी ब्रूक ने अपने तिहरे शतक के लिए 310 गेंदें लीं, वीरेंद्र सहवाग ने 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 278 गेंदों में तिहरा शतक बनाया था, जबकि इंग्लैंड के लिए पिछला सबसे तेज शतक वॉली हैमंड ने 1933 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 355 गेंदों में बनाया था।
262- जो रूट अपनी इस पारी के दौरान टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सर्वाधिक रन बनाने वाले पांचवें बल्लेबाज बने। जो रूट टेस्ट में इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। जो रूट 13वें बल्लेबाज हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20 हजार रनों का आंकड़ा पार किया हो, जबकि इंग्लैंड के लिए ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज हैं।
35- जो रूट के नाम टेस्ट में अब 35 शतक हैं। वो टेस्ट में सबसे अधिक शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में छठे स्थान पर आ गए हैं। रूट अब गावस्कर, लारा जैसे दिग्गजों से आगे निकल गए हैं।
यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में तीसरी बार है जब दो बल्लेबाजों ने एक ही टेस्ट पारी में 250 रन बनाए हैं, वहीं इंग्लैंड के लिए ऐसा पहली बार है।