न्यूजीलैंड को इंग्लैंड के खिलाफ मिली शिकस्त और दोनों टीमों के स्लो ओवररेट में तीन अंक कटने से विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में भारत के फाइनल में पहुंचने का रास्ता थोड़ा आसान हो गया है। क्राइस्टचर्च टेस्ट में स्लो-ओवर रेट का दोषी पाए जाने पर न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की टीम पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना तो लगाया ही गया है साथ ही दोनों टीमों के 3 अंक भी काट लिए गए हैं।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए सीरीज की शुरुआत से पहले भारतीय टीम को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए ऑस्ट्रेलिया पर 4-0 से जीत की जो जरूरत थी, अब वह अब 3-0 की रह गई है। अर्थात टीम इंडिया अब चार में से दो टेस्ट और जीत जाएगी तो डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंच जाएगी।
भारत के लिए इन समीकरणों को भी समझ लीजिए
1. यदि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज को 3-0, 4-0, 4-1 या 5-0 के अंतर से जीतती है तो उसके फाइनल में पहुंचने में कोई संदेह नहीं रहेगा।
2. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3-1 से सीरीज जीत की स्थिति में भी भारतीय टीम के लिए फाइनल में जगह बनाने का मौका रहेगा लेकिन तब उसे उम्मीद करनी होगी कि श्रीलंका साउथ अफ्रीका को दूसरे टेस्ट में हरा दे।
3. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3-2 के मार्जिन से सीरीज जीतने पर भी भारत के लिए मौका बन रहा है। हालांकि ऐसे में भारत को उम्मीद करनी होगी कि श्रीलंका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में कम से कम एक मुकाबला ड्रॉ कराए।
4. यदि ऑस्ट्रेलिया से सीरीज 2-2 से बराबरी पर छूटती है तो भी भारत के लिए मौका रहेगा। ऐसे में यदि दक्षिण अफ्रीका श्रीलंका को दूसरे टेस्ट में हराता है और श्रीलंकाई टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब रहती है तो भारत की फाइनल में जगह पक्की होगी।