– भारत ने तीसरी बार चैम्पियंस ट्रॉफी जीती, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और अक्षर पटेल ने लक्ष्य भेदने में अहम भूमिका निभाई,
– चायनामैन कुलदीप यादव की गेंदबाजी ने दिखाई भारत को चैम्पियन बनने की राह
– कप्तान रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच और न्यूजीलैंड के रचिन रवीन्द्र को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट घोषित किया गया
भारत ने रविवार को चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल जीतकर शान के साथ दुबई में तिरंगा लहराया। उतार-चढ़ाव वाले इस मैच में पल-पल खेल बदला जिससे करोड़ों लोगों की दिल की धड़कनें भी तेज धीमी होती रहीं। अंतत: भारत ने एक ओवर का खेल शेष रहते न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर साल 2000 के खिताबी मुकाबले में मिली हार का हिसाब चुकता कर ट्रॉफी अपने नाम कर ली। भारत ने तीसरी बार चैम्पियंस ट्रॉफी जीती। इसके साथ ही दुबई के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम और पूरे देश में भारतीय खेल प्रेमी जश्न में डूब गए। आसमान आतिशबाजी से जगमगा उठा मानो देश होली से कुछ पहले दीवाली मना रहा हो। मुख्य कोच गौतम गंभीर भी चैम्पियंस ट्रॉफी की जीत से खुश नजर आए।
इस मैच में हिटमैन रोहित शर्मा ने एक बार फिर शानदार कप्तानी की। कब किससे गेंदबाजी करवानी है और कैसे विकेट गिरने के बाद कीवी टीम पर दबाव बनाना है, वह जानते थे। यही वजह थी कि इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम अपराजेय रही। चायनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव की शानदार गेंदबाजी के बाद रोहित शर्मा, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और अक्षर पटेल की शानदार पारियों ने भारत को 12 साल बाद इस ट्रॉफी को जीतने का मौका दिया। शानदार 76 रन बनाने वाले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया, जबकि न्यूजीलैंड के रचिन रवीन्द्र को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट घोषित किया गया।
भारतीय टीम पांचवीं बार आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेलने उतरी थी। साल 2000 में उसे न्यूजीलैंड के हाथों फाइनल में 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था, जबकि 2002 में टीम इंडिया और श्रीलंका को संयुक्त चैम्पियन घोषित किया गया था। 2013 के फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को हराकर खिताब जीता था। इसके बाद भारतीय टीम 2017 के चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची। हालांकि तब भारत को हार का सामना करना पड़ा था। अगली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी अब 2029 में भारत की मेजबानी में खेली जाएगी।
इस बड़े मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। रोहित शर्मा टॉस के मामले में एक बार फिर अनलकी साबित हुए और लगातार 15वीं बार सिक्का विपक्षी टीम के पक्ष में गिरा। न्यूजीलैंड की टीम 50 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर 251 रन बना पाई। न्यूजीलैंड के लिए डेरेल मिचेल ने सबसे ज्यादा 63 रन बनाए, जबकि माइकल ब्रेसवेल ने 40 गेंद में नाबाद 53 रन बनाकर न्यूजीलैंड को संघर्षपूर्ण स्कोर दिया। इसके जवाब में भारत ने जीत के लिए जरूरी रन 49 वें ओवर की अंतिम गेंद पर छह विकेट खोकर बना लिए। न्यूजीलैंड का जमीनी क्षेत्ररक्षण भारत से कहीं बेहतर था, इसीलिए लक्ष्य का पीछा करने के दौरान भारतीय बल्लेबाजों के कई चौक्के या तो सिंगल या डबल में तब्दील हुए और लक्ष्य थोड़ा मुश्किल लगने लगा।
भारतीय पारी की बात करें तो रोहित शर्मा ने अपने अंदाज में तेज शुरुआत की। उनका अर्द्धशतक 41 गेंद में तीन छक्कों की मदद से आया। हालांकि ग्लेन फिलिप्स के टूर्नामेंट के एक और हैरतअंगेज कैच पर उनके जोड़ीदार शुभमन गिल 31 रन बनाकर आउट हो गए। फिलिप्स ने यह कैच एक्स्ट्रा कवर पर एक हाथ से हवा में उड़ते हुए पकड़ा। गिल का विकेट सैंटनर ने लिया। गिल और रोहित ने पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की। लेकिन इस विकेट ने मैच का रुख पलटते दिखा। भारत ने सिर्फ 17 रनों के भीतर तीन विकेट खो दिए।
नये बल्लेबाज और सेमीफाइनल के हीरो विराट कोहली दूसरी ही गेंद पर एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उनका विकेट ब्रेसवेल ने लिया। इस विकेट के गिरने से स्टेडियम में सन्नाटा झा गया। अभी 16 रन ही और जुड़े थे कि भारत को सबसे बड़ा झटका कप्तान रोहित शर्मा के रूप में लगा। रोहित जो एक छोर से जमकर बल्लेबाजी कर रहे थे रचिन रवीन्द्र की गेंद को उड़ाने के प्रयास में गेंद को मिस कर गए और स्टम्प हो गए। उन्होंने 83 गेंदों पर 3 छक्कों और 7 चौक्कों की मदद से 76 रन बनाए।
अब भारत का स्कोर बिना विकेट खोए 105 से अचानक 122 रन पर तीन विकेट हो गया। चौथे विकेट के लिए श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल ने 61 रन जोड़कर भारत को फिर जीत की राह पर किया लेकिन यहीं भारत को चौथा झटका श्रेयस अय्यर के रूप में लगा। उन्हें सैंटनर ने आउट किया। हालांकि उन्हें 44 पर एक जीवनदान मिला था लेकिन इसका वह फायदा नहीं उठा सके और 48 रन बनाकर आउट हो गए। भारत का स्कोर इस समय 183 रन था। अब अक्षर और केएल राहुल की जोड़ी विकेट पर थी। दोनों ने एक-एक छक्का लगाकर भारत पर अचानक फिर बन आए दबाव को कम किया। लेकिन अगला झटका भी जल्दी लगा, जब लांग ऑफ पर अक्षर पटेल (29) बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में ब्रेसवेल की गेंद पर आउट हो गए। भारत का स्कोर अभी 203 रन ही था।
इसके बाद केएल राहुल और हार्दिक पांड्या ने 38 रनों की साझेदारी कर भारत को जीत के एकदम करीब पहुंचा दिया। पांड्या 18 रन बनाकर आउट हुए। बाकी काम केएल राहुल और रवीन्द्र जडेजा ने पूरा किया। जीत का चौक्का जडेजा ने लगाया। जीत के बावजूद भारत के शॉट सलेक्शन पर जरूर बात होनी चाहिए। स्वयं कप्तान रोहित शर्मा समेत श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल आईसीसी फाइनल जैसे महत्वपूर्ण मुकाबले में हल्के शॉट खेलकर आउट हुए। हालांकि अंत भला तो सब भला। जीत के बाद इसकी चर्चा अब शायद ही हो।
इससे पहले रचिन रविंद्र और विल यंग ने न्यूज़ीलैंड के लिए पारी की शुरुआत की और टीम का स्कोर तेजी के साथ 50 के पार पहुंचा दिया। लेकिन वरुण चक्रवर्ती ने अपने दूसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर विल यंग (15) को एलबीडब्ल्यू आउट कर न्यूज़ीलैंड टीम को पहला झटका दिया। इसके बाद कुलदीप यादव का कहर बरपा। उन्होंने सिर्फ 8 गेंदों पर रचिन रविन्द्र और केन विलियम्सन के विकेट निकाल कर न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी की रीढ़ ही तोड़ दी। सही मायने में भारत के लिए यहीं से मैच बना। एक समय बड़ा स्कोर टांगती दिख रही न्यूजीलैंड टीम का स्कोर अचानक 12.2 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर 75 रन हो गया।
न्यूजीलैंड को रचिन रविंद्र (37) ने बेहतरीन शुरुआत दिलाई थी। खासकर पहले पावरप्ले का उन्होंने भरपूर फायदा उठाया। इसके बाद रोहित शर्मा ने कुलदीप यादव को एक एंड से मोर्चे पर लगाया। उनका यह तीर एकदम निशाने पर लगा और कुलदीप ने अपनी पहली ही गेंद पर इस टूर्नामेंट में दो शतक जड़ने वाले रचिन रवीन्द्र को बोल्ड कर चलता किया। यह बहुत बड़ा विकेट था। न्यूजीलैंड की टीम इस झटके के बाद ठीक से सांस भी नहीं ले सकी थी कि कुलदीप यादव ने अपने अगले ओवर में विलियम्सन (11) को भी वापस भेज दिया। विलियम्स रुक कर आई गेंद को जल्दी खेल गए और कॉट एंड बोल्ड हो गए। इन दो विकेटों के गिरने से न्यूजीलैंड की रन गति पर एकदम से ब्रेक लग गया। भारत की स्पिन चौकड़ी ने कीवी बल्लेबाजी को बांधकर रख दिया था।
इस दौरान डेरेल मिचेल ने न्यूजीलैंड की पारी को संभालने की पूरी कोशिश की। लेकिन इस प्रयास में वह काफी डिफेंसिव हो गए और इस दौरान सिंगल डबल से ही रन बढ़ाते रहे। उन्होंने अर्द्धशतक तो लगाया लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 62.37 का रहा। उन्होंने अपनी 63 रनों की पारी के लिए 101 गेंदें ले लीं। ग्लेन फिलिप्स ने 34 रन की पारी खेलकर टीम को संभालने की कोशिश की। लेकिन वरुण ने उन्हें बोल्ड कर पवेलियन वापस भेज दिया। न्यूजीलैंड ने 37.5 ओवर में 165 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद ब्रेसवेल ने न्यूजीलैंड की पारी को संभाला और 40 गेंद में 53 रन की नाबाद पारी खेली। उनकी पारी की बदौलत न्यूजीलैंड 251 के स्कोर तक पहुंच पाया। भारत के लिए कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती ने दो-दो विकेट हासिल किए। वहीं मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा को एक-एक विकेट मिला।
कीवी टीम की पारी के दौरान कुल 4 कैच छूटे जिसमें रचिन रवीन्द्र जैसे धाकड़ बल्लेबाज का कैच भी शामिल है, जिनका मोहम्मद शमी ने अपनी ही गेंद पर कैच छोड़ दिया। गनीमत रही कि यह कैच बहुत भारी नहीं पड़ा। डेरिल मिचेल का भी कैच छोड़ा गया, जिन्होंने 63 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। हालांकि न्यूजीलैंड के फील्डरों ने उधारी नहीं रखी और उन्होंने भी कुछ कैच टपकाए।