लखनऊ। उत्तर प्रदेश ने कांटे के संघर्ष में आक्रामकता और बेहतर रणनीति की बदौलत 39वीं राष्ट्रीय सब जूनियर बालक हैंडबॉल चैंपियनशिप में स्वर्णिम सफलता हासिल कर इतिहास रच दिया।
केओंझर (ओडिशा) में 8 से 12 अप्रैल, 2025 तक आयोजित चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में उत्तर प्रदेश ने राजस्थान को कड़ी टक्कर देते हुए 31-30 के स्कोर से मात दी।
39वीं राष्ट्रीय सब जूनियर बालक हैंडबॉल चैंपियनशिप
फाइनल में शुरू से ही रोमांच बना रहा। पहले हॉफ में दोनों टीमें 14-14 से बराबरी पर रहीं, जबकि दूसरे हॉफ में गोलों की होड़ लग गई।
इस दौरान दोनों टीमें एक-एक गोल के लिए संघर्ष करती दिखी जिसके चलते अंत तक यह कहना मुश्किल रहा कि कौन विजेता बनेगा। इसी बीच अंतिम क्षणों से कुछ पहले उत्तर प्रदेश ने निर्णायक गोल करते हुए मुकाबला अपने नाम कर लिया।
रोमांचक फाइनल मुकाबले में राजस्थान को 31-30 से दी शिकस्त
उत्तर प्रदेश की ओर से कृष ने सर्वाधिक 11 गोल दागे। उनका साथ देते हुए विकास ने 6, अभिषेक व प्रवेश ने 4-4 जबकि हर्षित ने दो गोल किए। राजस्थान से प्रवीण ने सर्वाधिक 16 गोल, अजयराज यादव ने 8 व दुष्यंत ने 3 गोल किए।
उत्तर प्रदेश हैंडबॉल एसोसिएशन के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने यूपी टीम की इस स्वर्णिम सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश ने पिछले संस्करण में रजत पदक जीता था और अब खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। उत्तर प्रदेश ने इससे पहले साल 2006 में हुई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
उन्होंने कहा कि हाल ही में यूपी की जूनियर बालिका टीम ने स्वर्ण पदक जीता था और अब यूपी की सब जूनियर बालक टीम की यह सफलता उत्तर प्रदेश में हैडबॉल के बढ़ते हुए ग्राफ का प्रतीक है।
उन्होंने खिलाड़ियों द्वारा की गई कड़ी मेहनत के लिए बधाई देते हुए कोच मो.तौहीद की भी सराहना की। इसी के साथ एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष विनय कुमार सिंह और आयोजन सचिव अमित पाण्डेय ने भी पदक विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी।
उत्तर प्रदेश ने सेमीफाइनल में मेजबान ओडिशा को 36-21 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। इससे पूर्व उत्तर प्रदेश ने क्वार्टर फाइनल में यशस्वी हैंडबॉल अकादमी को 24-10 से और प्री क्वार्टर फाइनल में छत्तीसगढ़ को 21-6 से हराकर शानदार प्रदर्शन किया था।