-उपेक्षा से आहत हो अचानक की संन्यास की घोषणा, एक सलेक्टर ने कहा अंकित ने जल्दबाजी कर दी
-विजय हजारे ट्रॉफी के लिए घोषित टीम में अपनी जगह स्टैंड बाई में देख तेज गेंदबाज अंकित राजपूत ने लिया भावुक फैसला
कानपुर। यूपीसीए में चयन में मनमानी अब सीनियर खिलाड़ियों को भी आहत कर रही है। तेज गेंदबाज अंकित राजपूत जिनको कुछ साल पहले टीम इंडिया में जगह बनाने का दावेदार माना जा रहा था उन्हें सोमवार को घोषित यूपी की विजय हजारे ट्रॉफी टीम में स्टैंड बाई में डाल दिया गया। अपनी स्थिति से दुखी अंकित ने संन्यास घोषित कर दिया। राजपूत 2013 और 2014 के आईपीएल सीज़न में चेन्नई सुपर किंग्स की मजबूत टीम का हिस्सा रह चुके हैं। इसके अलावा भी वे कई आईपीएल टीमों में रहे हैं।
सोशल मीडिया के माध्यम से अपने संन्यास की घोषणा करने वाले 31 वर्षीय अंकित सिंह राजपूत ने कहा कि मैं भारतीय क्रिकेट से अपने संन्यास का ऐलान करता हूं। मैं बीसीसीआई, उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन, कानपुर क्रिकेट एसोसिएशन अपनी आईपीएल फ्रेंचाजियों का मुझे दिए गए अवसरों के लिए आभारी हूं। इस गेंदबाज ने यह नहीं बताया कि संन्यास के पीछे की वजह क्या है। माना जा रहा है कि अब वह बतौर कमेंट्रेटर क्रिकेट की दुनिया से जुड़े रहने की योजना बना रहे हैं। अंकित राजपूत ने घरेलू क्रिकेट में 400 से ज्यादा विकेट हासिल किए हैं। 80 फर्स्ट क्लास मैचों में उनके नाम 248 विकेट दर्ज हैं। वहीं, 50 लिस्ट ए और 87 टी20 मैचों में 31 वर्षीय गेंदबाज ने क्रमश: 71 और 105 विकेट अपने नाम किए हैं। इसके अलावा आईपीएल में खेले 29 मुकाबलों में उन्हें 24 विकेट मिले।
21 दिसम्बर से शुरू होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी के लिए घोषित टीम में चयनकर्ताओं ने युवा खिलाड़ियों पर ही अपना फोकस रखा है। इस बार रिंकू सिंह को कप्तानी सौंपकर चयनकर्ताओं ने भविष्य की टीम खड़ी करने की ओर संकेत दिए हैं। हालांकि युवा पौध को सीनियर खिलाड़ियों के साथ नरचर करना हमेशा बेहतर माना जाता है। अंकित सिंह राजपूत को शुरुआती रणजी मुकाबले मिले थे लेकिन वे उसमें विकेट नहीं निकाल पाए। इसके बाद चयनकर्ताओं ने उनको भुलाकर युवा गेंदबाजों को आगे बढ़ाने का फैसला लिया।
एक चयनकर्ता ने कहा कि अंकित राजपूत ने संन्यास का फैसला लेकर जल्दबाजी कर दी। विजय हजारे ट्रॉफी में किसी मीडियम पेसर के इंजरी या अन्य वजह से न खेल पाने की स्थिति में अंकित राजपूत की कभी भी जरूरत पड़ सकती थी। इस सलेक्टर ने कहा कि संभव है कि उन्होंने अपनी आगे की कोई योजना बना रखी हो, इस वजह से संन्यास लेने का फैसला किया हो।
यूपी की इस वन डे टीम में कम से कम पांच खिलाड़ियों के चयन चौंकाने वाले हैं, जबकि रणजी और मुश्ताक अली ट्रॉफी में बल्ले से खास कमाल न दिखा पाने वाले समीर रिजवी बाहर हैं। चयन समिति की बैठक लखनऊ के एक होटल में हुई। नियम तो यह है कि सलेक्टर्स, कोच और कनवेनर (सचिव) के अलावा कोई भी चयन समिति की बैठक में नहीं बैठ सकता। लेकिन सूत्र बताते हैं कि इस मीटिंग में कुछ अतिरिक्त लोग भी बैठे।
विजय हजारे की टीम : रिंकू सिंह (कप्तान), भुवनेश्वर कुमार, माधव कौशिक, करन शर्मा, प्रियम गर्ग, नितीश राणा, अभिषेक गोस्वामी, अक्षदीप नाथ, आर्यन जुयाल, आराध्य यादव, सौरभ कुमार, मोहसिन खान, शिवम मावी, आकिब खान, कृतज्ञ कुमार सिंह, विपराज निगम, अटल बिहारी राय, कार्तिकेय जायसवाल, विनीत पंवार।
स्टैंड बाई: समर्थ सिंह, समीर चौधरी, अंकित राजपूत (संन्यास लेने से पहले टीम घोषित हुई), प्रिंस यादव। नेट बॉलर: वैभव चौधरी, योगेंद्र दोयला, जीशान अंसारी, अंश द्विवेदी, यश गर्ग।