भावुक पल : दिग्गज स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन ने बीच सीरीज लिया संन्यास, कुछ घंटों बाद लौट आएंगे भारत

0
11

भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन ने बुधवार को अचानक अपने संन्यास की घोषणा करके सबको चौंका दिया। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के ब्रिस्बेन टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद कप्तान रोहित शर्मा के साथ प्रेस के सामने अश्विन ने अपने संन्यास की घोषणा कर दी। एडिलेड में खेला गया डे-नाईट टेस्ट मैच उनका अंतिम टेस्ट मैच बन गया। वह गुरुवार को भारत वापस भी लौट आएंगे। हालांकि अभी दो टेस्ट मैच बाकी हैं और उनको प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता था लेकिन अश्विन ने बीच सीरीज अपना संन्यास घोषित कर सनसनी मचा दी। अश्विन ने काफी भारी मन से संन्यास का ऐलान किया है। हालांकि वे आईपीएल में अभी भी खेलते हुए नजर आएंगे।

क्रिक इन्फो के मुताबिक कॉन्फ्रेंस में आए अश्विन ने कहा, “यह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर के रूप में मेरा आखिरी दिन होगा। मुझे लगता है कि मेरे अंदर अभी कुछ महीनों का क्रिकेट बाकी है, लेकिन मैं उसको अब क्लब क्रिकेट में पूरा करूंगा। मैंने रोहित और अन्य साथियों के साथ ढेर सारी यादें बनाई हैं।” “मैं बीसीसीआई, मेरे सभी कोचों, मेरे साथी खिलाड़ियों रोहित, विराट, अजिंक्य, पुजारा और उन सभी क्रिकेटरों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मेरी गेंदों पर कैच लपके। इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई टीम का भी धन्यवाद, जिनके खिलाफ खेलने का मैं हमेशा लुत्फ उठाता रहा हूं। यह मेरे लिए एक भावुक पल है और मैं कोई सवाल नहीं ले पाऊंगा। उसके लिए मैं आप सबसे माफी मांगता हूं और आप सभी पत्रकारों को भी धन्यवाद देता हूं।”

अश्विन की टीम इंडिया की कई बड़ी बड़ी जीतों में बहुत बड़ा योगदान रहा है। अश्विन का रिटायरमेंट एक युग का समाप्त होना है। वे भारत की कई बड़ी जीतों के गवाह रहे हैं। कई सारे पल उन्होंने टीम के साथ गुजारे हैं। अश्विन के रिटायरमेंट पर कप्तान रोहित शर्मा भी काफी भावुक नजर आए। अश्विन के संन्यास की यह वजह भी हो सकती है कि वे विदेशी दौरों पर भारतीय टेस्ट एकादश का नियमित हिस्सा नहीं रहे हैं और भारत की अगली घरेलू सीरीज अगले साल नवंबर में होनी है। उसके पहले भारत को गर्मियों में इंग्लैंड जाना है।

अश्विन के नाम छह टेस्ट शतक और 14 अर्धशतकों के साथ 3503 टेस्ट रन भी हैं और वह 300 विकेट व 3000 रन का डबल करने वाले दुनिया के 11वें ऑलराउंडर हैं। उनके नाम मुथैय्या मुरलीधरन के बराबर सर्वाधिक 11 प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड हैं। उन्होंने 37 बार एक पारी में 5 विकेट लिए हैं। वे इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आते हैं। एक दिवसीय क्रिकेट में उनके नाम 116 मैचों में 33 की औसत और 4.93 की इकॉनमी से 156 विकेट हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/25 रहा है। उन्होंने वनडे में एक अर्धशतक की मदद से 707 रन बनाए हैं और वह 2011 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा भी थे।

जबकि टी-20 में उनके नाम 65 मैचों में 6.90 की इकॉनमी और 23 की औसत से 72 विकेट लिए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/8 का रहा है। अश्विन टेस्ट क्रिकेट में अनिल कुंबले के बाद भारत के दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने भारत के लिए कुल 106 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 24 की औसत से 537 विकेट लिए। हालांकि पिछले कुछ वक्त वे अश्विन केवल टेस्ट ही खेल रहे थे। वनडे और टी20 इंटरनेशनल में वे टीम इंडिया से दूर हैं।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भारत ने पहले तीन टेस्ट मैचों में से सिर्फ़ एक ही टेस्ट (डे-नाइट टेस्ट) खेला, जिसमें उन्होंने 53 रन देकर एक विकेट लिया था। इससे पहले अश्विन भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच हुई टेस्ट सीरीज़ का हिस्सा थे, जहां भारत को 0-3 से हार झेलनी पड़ी थी। उस सीरीज़ में अश्विन का प्रदर्शन संतोष जनक नहीं रहा था। उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में 41.2 की औसत से केवल नौ विकेट ही लिए थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here