बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ब्रिस्बेन के गाबा में खेला गया तीसरा टेस्ट पांचवें दिन के दूसरे सेशन में थोड़ी सनसनी फैलाने के बाद ड्रॉ समाप्त हो गया। पहला टेस्ट भारतीय टीम ने 295 रनों से जीता था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने दूसरा टेस्ट 10 विकेट से जीत लिया था। पांच टेस्ट मैचों की सीरीज अब भी 1-1 से बराबरी पर है। चौथा टेस्ट मेलबर्न के मैदान पर 26 दिसम्बर से होगा। सुबह बारिश के व्यवधान के बीच भारत की पहली पारी 260 रन पर खत्म हो गई थी। आकाशदीप 31 रन बनाकर ट्रैविस हेड का शिकार बने।
इसके बाद जब आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरे तो भारतीय गेंदबाजों ने एक के बाद एक तगड़े झटके देकर उनकी आधी टीम सिर्फ 33 रनों पर पवेलियन भेज अचानक मैच को जीवित कर दिया। लगा कि टीम इंडिया इस मैच को जीतने का प्रयास भी कर सकती है। भारत के लिए बुमराह ने दूसरी पारी में भी तीन विकेट लिए, जबकि दो-दो विकेट मोहम्मद सिराज और आकाशदीप ने लिए। हालांकि यह कतई आसान नहीं था लेकिन एक चांस लिया जा सकता था। आस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी 89 रन पर सात विकेट पर घोषित कर टीम इंडिया के सामने 275 रन बनाकर मैच जीतने की चुनौती रखी।
भारत ने जब अपनी दूसरी पारी शुरू की तब 54 आवरों का खेल बचा था लेकिन दो ओवर के बाद ही मौसम ने टीम इंडिया को लक्ष्य के लिए जाने का प्रयास करने की इजाजत नहीं दी। कम रोशनी की वजह से मैच जब रोका गया तब भारत ने बिना विकेट खोए 8 रन बना लिए थे। इसके बाद जब रोशनी नहीं सुधरी तो दोनों अम्पायरों में मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया। पहली पारी में शानदार शतक (152) लगाने के अलावा एक विकेट भी लेने वाले ट्रैविस हेड को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।